लखनऊ। व्हाट्सएप पर हुए पत्र वायरल को लेकर राज्य सड़क परिवहन निगम के तहत प्रदेश भर में चलने वाली रोडवेज अनुबंधित बस के चालकों, परिचालकों ने सोमवार की सुबह से बसों का चक्का जामकर संचालन ठप कर दिया है। रोडवेज संचालन बंद होने से प्रदेश भर में यात्रियों के सामने आवागमन को लेकर बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई है।
ट्रांसपोर्ट व्यवस्था धराशाही हो गई है, यात्री प्राइवेट व अन्य साधनों से आवागमन करने को मजबूर दिख रहे हैं। रोडवेज कर्मचारियों की ओर से वायरल पत्र में भारत भर में रोडवेज चक्का जाम करने का आह्वान किया गया है 1, 2, 3, जनवरी को संचालन बंद करने और चक्का जाम सफल बनाने की अपील की गई है।
बता दें कि चक्का जाम के लिए रोडवेज का कोई संगठन अगुवाई नहीं कर रहा है व्हाट्सएप पर फ्लैश में संदेश को लेकर चालकों में आक्रोश व्याप्त हो गया है जिससे चालको ने संचालन बंद कर दिया है। नए कानून के विरोध में आज रोडवेज की अनुबंधित और निजी बसों के चालकों के साथ ट्रक चालकों ने भी हड़ताल कर दी है। ट्रक चालकों ने भी विरोध प्रदर्शन कर नए कानून का विरोध कर रहे हैं।
उधर दूसरी तरफ बसों का चक्का जाम को लेकर रोडवेज प्रशासन में हड़काम मच गया है रोडवेज के आला अधिकारी हड़ताल की सूचना पर लखनऊ के कई डिपो के एआरएम से तत्काल प्रभाव से अनुबंधित बसों के मालिकों से हड़ताल वापस लेने की अपील करने का निर्देश दिए हैं । जबकि चालकों का कहना है कि जब तक कानून वापस नहीं होगा, तब तक हड़ताल विरोध जारी रहेगा।
वहीं ट्रकों के साथ ऑटो टैक्सी, कमर्शियल ट्रैवल्स वाले भी इसका समर्थन कर दिए हैं। ऑटो टेंपो के साथ ट्रेवल्स की भी गाड़ियों का संचालन बंद है। यात्रियों के सामने सफर करने को लेकर सिर्फ ट्रेनों और हवाई विमान का सहारा बचा है पब्लिक ट्रांसपोर्ट सेक्टर पूरी तरह से प्रभावित हो चुकी है