नईदिल्ली। घरेलू कोयला आधारित बिजलीघरों से विद्युत उत्पादन चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-नवंबर के दौरान 8.38 प्रतिशत बढ़कर 779.1 अरब यूनिट रहा। एक अधिकारिक बयान में कहा गया कि एक साल पहले इसी अवधि में घरेलू कोयला आधारित बिजलीघरों से विद्युत उत्पादन 718.83 अरब यूनिट रहा था।
कोयला मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि देश में बिजली उत्पादन आलोच्य अवधि में 7.71 प्रतिशत बढ़ा है। कुल मिलाकर कोयला आधारित बिजलीघरों (आयातित कोयला मिलाकर) के उत्पादन में चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-नवंबर के दौरान सालाना आधार पर 11.19 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
इसका कारण गर्मी का बढऩा, देश के उत्तरी भाग में मानसून में देरी के साथ कोविड महामारी के बाद वाणिज्यिक गतिविधियों में तेजी है।
मिश्रण के लिए कोयले का आयात चालू वित्त वर्ष में नवंबर तक 44.28 प्रतिशत घटकर 1.51 करोड़ टन रहा। कोयला आयात तब घटा है जब इस दौरान बिजली की मांग बढ़ी है। मंत्रालय ने कहा, ”यह कोयला उत्पादन में देश के आत्मनिर्भर होने और कोयला आयात में कमी लाने की प्रतिबद्धता को बताता है।