नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। देश में गुरुवार को कोरोना के 594 नए मामले सामने आए। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 2,669 हो गई है।
संक्रमण के चलते छह और लोगों की मौत भी हुई है। इनमें तीन मौतें केरल, दो कर्नाटक और एक राजस्थान से है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि भले ही संक्रमण बढ़ रहा है और देश में जेएन.1 वैरिएंट का पता चला है, लेकिन तत्काल चिंता का कोई कारण नहीं है।
फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं: डब्ल्यूएचओ वैज्ञानिक
वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की पूर्व मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह चिंता का विषय नहीं। डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने आगे कहा कि लोग हवादार वातावरण में रहें। वहीं, अस्वस्थ्य लोगों से बिना मास्क पहने मिलने से बचें।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने जानकारी दी कि वेरिएंट जेएन.1 , बीए.2.86 से अलग है।
कोविड के कारण अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों पर बोलते हुए उन्होंने कहा, “मामलों की संख्या बढ़ जाती है और हमेशा ऐसे लोगों का एक छोटा प्रतिशत होता है जिन्हें अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता होती है।
देश में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 2,669 हो गई
वहीं, सरकार ने जानकारी दी है कि हवाई अड्डों पर यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य करने की फिलहाल कोई योजना नहीं है। देश में गुरुवार को कोरोना के 594 नए मामले सामने आए। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 2,669 हो गई है। संक्रमण के चलते छह और लोगों की मौत भी हुई है।
इनमें तीन मौतें केरल, दो कर्नाटक और एक राजस्थान से है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि भले ही संक्रमण बढ़ रहा है और देश में जेएन.1 वैरिएंट का पता चला है, लेकिन तत्काल चिंता का कोई कारण नहीं है। 92 प्रतिशत संक्रमित लोग घर पर उपचार से ही ठीक हो रहे हैं, जो हल्की बीमारी का संकेत है।