नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की विदेश नीति के दृष्टिकोण को विस्तृत किया है। पीएम ने इसे राष्ट्रीय हितों के साथ व्यावहारिक जुड़ाव पर केंद्रित “मिक्स-एंड-मैच कूटनीति” के रूप में वर्णित किया। यूके स्थित फाइनेंशियल टाइम्स के साथ एक स्पष्ट साक्षात्कार में पीएम मोदी ने कहा, “दुनिया एक दूसरे से जुड़ी हुई है और एक दूसरे पर निर्भर भी है।”
पीएम मोदी ने साक्षात्कार के दौरान इस बात पर जोर देते हुए ‘वैश्विक गतिशीलता की जटिलता’ को भी रेखांकित किया कि विदेशी मामलों में भारत का सबसे महत्वपूर्ण मार्गदर्शक सिद्धांत उसका राष्ट्रीय हित है। पीएम मोदी के अनुसार, यह दृष्टिकोण भारत को विभिन्न देशों के साथ इस तरह से जुड़ने में सक्षम बनाता है जो आपसी हितों का सम्मान करता है और समकालीन भूराजनीति की जटिल प्रकृति को स्वीकार करता है।
‘विदेशी मामलों में हमारा सिद्धांत राष्ट्रीय हित’
पीएम मोदी ने कहा, “विदेशी मामलों में हमारा सबसे महत्वपूर्ण मार्गदर्शक सिद्धांत हमारा राष्ट्रीय हित है। यह रुख हमें विभिन्न देशों के साथ इस तरह से जुड़ने की अनुमति देता है जो आपसी हितों का सम्मान करता है और समकालीन भूराजनीति की जटिलताओं को स्वीकार करता है।”