नई दिल्ली। देश में कोरोना के मामलों ने एक बार फिर से रफ्तार पकड़ ली है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, केरल में 20 दिसंबर को कोविड-19 के 300 नए सक्रिय मामले सामने आए हैं। जिसमें 3 संक्रमित मरीजों की मौत की खबर है। देश में कोविड-19 के कुल सक्रिय मामलों की संख्या 2669 है।
मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, गुरुवार सुबह 8 बजे तक देशभर में दर्ज किए गए 358 कोविड-19 संक्रमणों में से 300 केरल से थे, जिससे राज्य में सक्रिय मामले 2,341 हो गए। राज्य में हुई तीन मौतों के साथ तीन साल पहले फैलने के बाद से केरल में मरने वाले लोगों की कुल संख्या 72,059 तक पहुंच गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, केरल समेत देश के कई राज्यों में कोविड-19 के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी रिकॉर्ड की जा रही है। आंकड़ों के मुताबिक, भारत में पिछले 24 घंटे में 614 नए कोविड मामले सामने आए हैं, जबकि भारत में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 2669 है।
राजस्थान में सामने आए कोविड-19 के नए स्ट्रेन JN.1 के 2 मामले
राजस्थान अतिरिक्त स्वास्थ्य निदेशक रवि प्रकाश शर्मा के अनुसार, राज्य में नए स्ट्रेन JN.1 के 2 मामले सामने आए हैं। जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल और जेके लोन अस्पताल में क्रमशः दो मरीज कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए हैं। दोनों मरीज इलाज के लिए दूसरे जिलों से जयपुर आए थे। अतिरिक्त स्वास्थ्य निदेशक ने पुष्टि की कि एक मरीज भरतपुर और दूसरा झुंझुनू का बताया जा रहा है।
पश्चिम बंगाल में फिलहाल कोई कोविड के मामले नहीं
देश में कोविड-19 मामलों में वृद्धि के बीच पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कहा गया है कि केंद्रीय दिशानिर्देशों के अनुसार, इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (एसएआरआई) मामलों की निगरानी जारी रखेगा।
अधिकारी ने बुधवार को पीटीआई को बताया, “हम स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुसार अपनी निगरानी गतिविधि जारी रखेंगे। वर्तमान में हमारे राज्य में एक भी कोविड-19 के मामले नहीं हैं। हालांकि, हम बुनियादी ढांचे के साथ तैयार हैं।”
महाराष्ट्र में भी सामने आए नए स्ट्रेन JN.1 के 1 मामले
कोविड-19 मामलों में वृद्धि और नए स्ट्रेन JN.1 के उभरने के साथ महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने लोगों को नहीं घबराने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि राज्य की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली किसी भी संभावित स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। हालांकि, उन्होंने पुष्टि की है कि राज्य में एक मरीज में नए स्ट्रेन JN.1 का पता चला है।
सावंत ने गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “राज्य की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली नए कोविड वेरिएंट JN.1 से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। घबराने की कोई बात नहीं है। अगर लोगों में कोई लक्षण विकसित होता है, तो उन्हें डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए और आवश्यक दवाएं लेनी चाहिए।” उन्होंने कहा कि लोगों को सार्वजनिक सुरक्षा के हित में कोविड प्रोटोकॉल का भी पालन करना चाहिए।
इस बीच, राज्य स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि राज्य में नए सब-वेरिएंट JN.1 का पता चलने के बाद नियमित जीनोम सीक्वेंसिंग किया जा रहा है। राज्य स्वास्थ्य विभाग ने कहा, “राज्य में जेनेटिक सीक्वेंसिंग (डब्ल्यूजीएस) नियमित रूप से की जा रही है। अब तक राज्य में JN.1 वेरिएंट वाला केवल एक मरीज पाया गया है। मरीज सिंधुदुर्ग का 41 वर्षीय व्यक्ति है। सभी लोगों को मास्क पहनना चाहिए।, जहां आवश्यक हो बार-बार हाथ धोएं और कोविड-उपयुक्त व्यवहार अपनाएं।”
विभाग ने आगे बताया कि केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुसार, कोविड लहर के लिए उनकी तैयारियों का आंकलन करने के लिए राज्य के सभी माध्यमिक और तृतीयक स्तर के स्वास्थ्य संस्थानों में 15 से 17 दिसंबर तक एक मॉक ड्रिल आयोजित की गई थी।
स्वास्थ्य विभाग ने एक विज्ञप्ति में कहा, “इस महत्वपूर्ण मॉक ड्रिल में राज्य के सभी जिलों, नगर निगमों और सरकारी मेडिकल कॉलेजों ने भाग लिया। समीक्षा बेड, आईसीयू, सुविधाओं, उपकरण, ऑक्सीजन सुविधाओं, दवा स्टॉक, जनशक्ति, जनशक्ति प्रशिक्षण और टेलीमेडिसिन सुविधाओं के संदर्भ में की गई थी, जोकि राज्य के अस्पतालों में उपलब्ध है।”
इसमें कहा गया है, “17 दिसंबर तक राज्य के 1264 संस्थानों ने इस मॉक ड्रिल को पूरा कर लिया है और अपनी जानकारी जमा कर दी है। 655 सरकारी अस्पताल, 575 निजी अस्पताल, 3 सरकारी मेडिकल कॉलेज, 14 निजी मेडिकल कॉलेज और 5 अन्य अस्पतालों ने इसमें हिस्सा लिया है।”
इससे पहले, बुधवार को कुछ राज्यों में बढ़ते कोविड मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में उन्होंने लोगों से नहीं घबराने की अपील की।
40 देशों में फैला सब वेरिएंट JN.1, संक्रमण से अब तक 16 मौतें
बता दें कि कोविड के मामलों में हालिया उछाल के लिए सब वेरिएंट JN.1 को जिम्मेदार ठहराया गया है, जिसमें हल्का बुखार और खांसी इसके सबसे आम लक्षणों में से एक है। अधिकारियों के अनुसार, सब वेरिएंट JN.1 के मामले वर्तमान में 36-40 देशों में सामने आए हैं, जिसके कारण पिछले कुछ हफ्तों में 16 मौतें हुई हैं।
अधिकारियों ने बताया कि अधिकांश मृतक अन्य बीमारियों से पीड़ित थे लेकिन नए स्ट्रेन से संक्रमित पाए गए लगभग 92 प्रतिशत मरीज घर पर ही ठीक हो रहे थे। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, बुधवार तक देश में सक्रिय कोविड मामलों की कुल संख्या 2,311 थी, जबकि भारत में महामारी के आगमन के बाद से मरने वालों की कुल संख्या 5,33,321 थी।