- सड़क पर डिवाइडर का ना होना बना हादसा की वजह
बाराबंकी। थाना रामनगर अंतर्गत सोमवार देर रात डिवाइडर विहीन बाराबंकी-बहराइच हाईवे पर एक रफ्तार ट्रक और वैगनआर की भीषण टक्कर हो गई। ट्रक की ठोकर से वैगनआर कार सवार आठ लोग गाड़ी समेत सड़क किनारे तालाब में चले गए। आनन-फानन में राहगीरों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा। जहां पहुंचने पर वाहन सवार सात लोगों में से 40 वर्षीय मां और उसके 12 वर्षीय पुत्र की मौत हो गई। वहीं हादसे में गंभीर रूप से घायल तीन लोगों को लखनऊ ट्रामा सेंटर भेजा गया है। जहां उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है। शेष घायलों का उपचार चिकित्सकों की देखरेख में जिला अस्पताल में चल रहा है। जानकारी के मुताबिक सोमवार देर रात साढ़े 10 बजे बाराबंकी बहराइच हाईवे स्थित रानी बाजार चौराहे के पास एक निजी स्कूल के सामने अज्ञात ट्रक की टक्कर से एक कार खाई में जा गिरी। जिससे कार सवार आठ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए और मां-बेटे की मौत हो गई। जिन्हें पुलिस ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। खाई में पानी भरा होने से घायल सर्दी में कपकपाते रहे।
असल में ग्राम चंदनापुर के दिनेश यादव ने रानी बाजार में अपना नया घर बनाया है। गृह प्रवेश के निमंत्रण में गांव से परिवार के सदस्य आए हुए थे। निमंत्रण के बाद दिनेश का छोटा भाई पप्पू अपनी कार से परिवार के सदस्यों को लेकर घर वापस जा रहा था। रास्ते में चंदनापुर गांव से पहले एक निजी विद्यालय के निकट एक अज्ञात ट्रक कार को ठोकर मारते हुए फरार हो गया। ट्रक की तेज ठोकर से कार असंतुलित होकर खाई में जा गिरी। आनन फानन में मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से वाहन सवार घायलों को बाहर निकालकर उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा। जहां पहुंचने पर चिकित्सकों ने पप्पू की पत्नी नीलम(40) व उसके पुत्र अमन (12) को मृतक घोषित कर दिया।
वहीं हादसे में वाहन सवार अनामिका (7) अर्पिता (8) व लक्ष्मी (12) पुत्री दीपक, अंजलि पुत्री मनोज, ट्विंकल(15) पुत्री पप्पू, धर्मावती (50) पत्नी शिवलाल गंभीर रूप से घायल हो गए। जिनमें से तीन लोगों को उपचार के लिए लखनऊ ट्रामा सेंटर भेजा गया है। इस हादसे के बाद पूरे गांव में मातम छाया हुआ है। मृतक और घायल एक ही गांव के रहने वाले है। जिससे इस घटना को जिसने भी सुना उसकी आंखें डबडबा गई। ग्रामीण कहते हैं कि इस डिवाइडर विहीन सड़क पर रोजाना घटनाएं होती रहती है। जिनमें लोगों की मौत होना आम बात हो गई है। लेकिन इस पर जिम्मेदार ध्यान देना मुनासिब नहीं समझ रहे है। अभी एक एक हफ्ते पहले भी रानी बाजार चौराहे से पहले एक स्थानीय पत्रकार की भीषण सड़क हादसे में मौत हुई थी।