नई दिल्ली। भारतीय नौसेना ने अरब सागर में एक मालवाहक जहाज को अगवा होने से बचा लिया है। दरअसल, 18 चालक दल के सदस्यों के साथ माल्टा-ध्वज वाले जहाज का अपहरण करने की कोशिश की गई। इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय नौसेना ने शनिवार को कहा कि उसने अरब सागर की समुद्री घटना पर तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी है।
एमवी रुएन विमान का चालक दल समेत अपहरण
क्षेत्र में निगरानी कर रहे नौसेना के समुद्री गश्ती विमान और अदन की खाड़ी में समुद्री डकैती रोधी गश्त पर उसके युद्धपोत को जहाज एमवी रुएन का पता लगाने के लिए तैनात किया गया। दरअसल, एक इमरजेंसी कॉल के बाद एमवी रुएन का पता लगाने और सहायता करने के लिए इन जहाजों को तैनात किया गया था।
अधिकारियों ने कहा कि अपहरण के प्रयास की सूचना गुरुवार को दी गई और भारतीय नौसेना ने शुक्रवार तड़के घटना क्षेत्र में अपने मिशन के लिए अपने गश्ती विमान तैनात किए। सूत्रों के मुताबिक हाईजैक किए गए समाज पर सोमालिया के समुद्री डाकू हो सकते हैं।
समुद्री डकैती विरोधी गश्त जहाज तैनात
नौसेना ने कहा कि उसके विमान ने अपहरण हुए जहाज के ऊपर से उड़ान भरी और वह लगातार जहाज की गतिविधियों पर नजर रख रही है। दरअसल, वह जहाज लगातार सोमालिया के तट की ओर बढ़ रहा है। भारतीय नौसेना के एक प्रवक्ता ने कहा, “विकासशील स्थिति पर त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए, भारतीय नौसेना ने अपने नौसैनिक समुद्री गश्ती विमान को क्षेत्र में निगरानी करने और एमवी रुएन का पता लगाने और सहायता करने के लिए अदन की खाड़ी में समुद्री डकैती विरोधी गश्त पर भेज दिया।”
जहाज की गतिविधियों पर बारीकी से नजर
नौसेना प्रवक्ता ने कहा, “विमान ने 15 दिसंबर की सुबह अपहृत जहाज के ऊपर से उड़ान भरी और विमान लगातार जहाज की गतिविधियों पर नजर रख रहा है, जो अब सोमालिया के तट की ओर बढ़ रहा है।” अधिकारी ने कहा कि समुद्री डकैती रोधी गश्त के लिए अदन की खाड़ी में तैनात भारतीय नौसेना के युद्धपोत ने भी शनिवार सुबह एमवी रुएन को रोका। प्रवक्ता ने कहा कि क्षेत्र की अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय में स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है।