नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से हाल ही में गठित हुए उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग ने राज्य में शिक्षकों और अनुदेशकों की भर्ती को लेकर नियमावली तैयार कर ली गई है। इसके मुताबिक, प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षण संस्थानों में टीचर और अनुदेशक के पदों को कैसे भरा जाएगा। इसकी पूरी रुपरेखा तैयार कर ली गई है। इसके मुताबिक, इन पोस्ट को भरने के लिए पहले रिटेन एग्जाम और बाद में इंटरव्यू आयोजित किए जाएंगे। यह लिखित परीक्षा दो घंटे की होगी, जो कि बहुविकल्पीय होगी।
ऐसे तैयार होगी मेरिट सूची
नए आयोग की ओर से तैयार नियमावली के अनुसार लिखित परीक्षा के 90 प्रतिशत अंक और 10 परसेंट साक्षात्कार के अंक को जोड़कर मेरिट सूची तैयार की जाएगी। वहीं, जहां इंटरव्यू नहीं होगा, वहां लिखित परीक्षा से भर्ती हो सकती है, इसका फैसला आयोग ही लेगा।
राज्य के डिग्री कालेजों में प्राचार्यों की भर्ती में लिखित परीक्षा और साक्षात्कार के आधार पर होगा। इसके अलावा, यह भी जानकारी सामने आई है कि अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थानों में भर्ती की निगरानी के लिए एक अलग विशेषज्ञ पैनल तैनात किया जाएगा, जो कि पूरे रिक्रूटमेंट प्रोसेस पर नजर रखेगा।
बता दें कि उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के गठन को मंजूरी हाल ही में सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई बैठक में मिली है। इस नए आयोग को बनाने के पीछे का मकसद यह था कि राज्य में विभिन्न स्तरों पर शिक्षकों की होने वाली भर्ती को एक ही आयोग की ओर से संपन्न कराया जाए, क्योंकि अभी तक अगल-अलग आयोग टीचर्स की नियुक्ति करते थे।