बदायूं । बदायूं में पोस्टमार्टम के दौरान महिला पूजा के शव से आंखें निकालने के मामले में गठित कमेटी की प्राथमिक जांच में दोषी मिले डॉ. उवैस और डॉ. आरिफ हुसैन को बुधवार दोपहर गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया। इन्हीं दोनों ने पहली बार पोस्टमार्टम किया था। पहले से आंखें गायब होने का दावा करने वाले दोनों डॉक्टर प्रथम दृष्टया इसलिए संदिग्ध माने गए क्योंकि अपने कथन के विपरीत उन्होंने न तो परिवार वालों को सूचना दी थी और न ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जिक्र किया। उधर, डीएम से मुलाकात के दौरान आईएमए पदाधिकारियों ने सीधे पुलिस-प्रशासनिक कार्रवाई पर सवाल उठाए और पहले मामले की जांच कराने की मांग की। इसको लेकर डीएम मनोज कुमार ने राजकीय मेडिकल कॉलेज के तीन डॉक्टरों का एक अलग बोर्ड गठित किया है।
महिला पूजा के शव से आंखें निकालने के मामले को डीएम मनोज कुमार ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने जांच के लिए राजकीय मेडिकल कॉलेज के तीन डॉक्टरों का बोर्ड भी गठित किया है, जिससे इस मामले की तह तक पहुंचा जा सके और सबके सामने सच्चाई आ सके। साथ ही प्रशासन की तीन सदस्यीय कमेटी अलग से मामले की जांच करेगी। बाद में दोनों जांच रिपोर्ट का मिलान कराया जाएगा।