- विभागीय योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों को देने में किसी भी प्रकार की लापरवाही या शिथिलता न बरते
- योजनाओं के लिए आवंटित धनराशि का शत प्रतिशत उपयोग किया जाये
निष्पक्ष प्रतिदिन/ लखनऊ
प्रदेश के दिव्यांगजन सशक्तीकरण एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेन्द्र कश्यप ने सोमवार को अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित विभागीय समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देशित किया, कि विभागीय योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों को देने में किसी भी प्रकार की लापरवाही या शिथिलता न बरती जाय। योजनाओं के लिए आवंटित धनराशि का शत प्रतिशत उपयोग किया जाय। दिव्यांगजनो एवं पिछड़ा वर्ग के लोगो के प्रोत्साहन के लिए नई योजनाओं का प्रस्ताव तैयार किया जाय। पिछड़े वर्ग के छात्र व छात्राओं को शत प्रतिशत और समय से छात्रवृत्ति दिलवायी जाय। डॉ. शकुंतला मिश्रा पुर्नवास विश्विद्यालय में दिव्यांगजनों के हितों का ध्यान रखा जाय और उनकी समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जाय।
मंत्री श्री कश्यप ने कहा कि दिव्यांगजन सशक्तीकरण एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभागों में अगले वित्तीय वर्ष के लिए योजनाओं के अनुरूप बजट का प्रस्ताव तैयार किये जायें, जिससे कि योजनाओं से अधिक से अधिक लोगों को लाभ देने का कार्य किया जा सके। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनो के लिए संचालित पेंशन योजना का लाभ अधिक से अधिक दिव्यांगजनों को मिले। किसी प्रकार की समस्या आने पर इसका त्वरित समाधान किया जाय। पिछड़े वर्ग विभाग में संचालित छात्रवासों के मरम्मत का कार्य समयबद्ध रूप से किया जाय। पिछडे वर्ग के युवाओं के कंप्यूटर प्रशिक्षण में शत प्रतिशत बायोमैट्रिक उपस्थिति ली जाय। शादी अनुदान योजना के आवेदनों को समयबद्ध निस्तारित कर योजना का लाभ दिया जाय। बैठक में प्रमुख सचिव दिव्यांगजन सशक्तीकरण एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण सुभाष चन्द्र शर्मा, विशेष सचिव पिछड़ा वर्ग कल्याण सुनील कुमार चौधरी, राज्य आयुक्त दिव्यांगजन सशक्तीकरण अजीत कुमार, निदेशक दिव्यांगजन सशक्तीकरण भूपेंद्र एस. चौधरी, निदेशक पिछड़ा वर्ग कल्याण डॉ. वंदना वर्मा सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।