जिले के आला अधिकारी मौन क्यों!
सकरन सीतापुर। एक तरफ तो सूचना यह प्राप्त हो रही है कि ग्राम प्रधानों द्वारा कई जगहों पर तकनीकी सहायक की तैनाती को लेकर प्रशासन को अवगत कराया गया तो दूसरी तरफ यह भी जानकारी हो रही है कि तकनीकी सहायक की नियुक्ति के बाद भी ग्राम पंचायत में कार्य बाधित है। बताते चलें कि मामला विकासखंड सकरन का बताया जा रहा है जहां पर ग्राम प्रधानों के द्वारा कई बार प्रशासन को अवगत कराया गया है
लेकिन उसके बावजूद भी अवगत होने के बावजूद अभी तक तकनीकी सहायकों की नियुक्ति को लेकर कोई ध्यान नहीं दिया गया जिससे की आम मजदूर जो मनरेगा के तहत रोजगार के लिए कार्य करते हैं वह अब स्थिति यह आ गई है कि ग्राम पंचायत के बाहर पलायन को मजबूर हो चुके हैं तो वहीं दूसरी तरफ उल्टा है कि तकनीकी सहायकों की नियुक्ति के बाद भी पंचायत में कार्य बाधित पड़े जिले के आला कमान आखिर इस मामले पर मौन क्यों है? जबकि शासन की कल्याणकारी योजना महात्मा गांधी नरेगा के तहत प्रतिवर्ष निर्धारित रोजगार देने का लक्ष्य है परंतु इसके बावजूद भी शासन के दिशा निर्देशों को अभी तक इन ग्राम पंचायत में पूरा नहीं किया जा सका है आप देखना यह है कि समाचारों की सुर्खियां बनने के बाद क्या चेतेगा प्रशासन और नियुक्ति कर कार्य पूर्ण कराना सुनिश्चित होगा।