बरेली: परिवहन निगम के बरेली रीजन के 122 गांवों में जल्द पहली बार रोडवेज सेवा की शुरुआत होगी। संभागीय परिवहन विभाग और परिवहन निगम के अधिकारियों ने संयुक्त सर्वे करने के बाद अपनी रिपोर्ट रोडवेज मुख्यालय को भेज दी है। मुख्यालय से हरी झंडी मिलने के बाद रोडवेज अधिकारी अनुबंधित बसों को रूट पर चलाने की बात कह रहे हैं।
शासन के निर्देश के बाद अक्टूबर में बरेली रीजन के गांवों का सर्वे करने के लिए आदेश दिए गए थे। जिसके बाद बरेली, पीलीभीत और बदायूं के एआरएम और एआरटीओ की टीम ने संयुक्त रूप से रूटों का सर्वे किया था। अब सर्वे पूरा होने के बाद रोडवेज के बरेली रीजन के 122 गांव का चयन किया गया है। जिसमें बरेली के 86, बदायूं के 26 और पीलीभीत के 10 गांव का चयन किया है।
मोटरेबल सड़कों वाले सभी गांवों का किया गया चयन
परिवहन निगम के वाहनों से सेवित (जहां बस चलती है) उन गांवों को माना जाता है, जिन गांवों से मुख्य सड़क की दूरी 1.5 किलोमीटर हो और उस रोड पर बसों का संचालन हो रहा है। मुख्य मार्ग से डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर जहां बसों का संचालन नहीं हो रहा है, उसे असेवित (जहां बस न चलती है) गांवों की श्रेणी में रखा गया है। सर्वे में कमेटी ने सड़क की चौड़ाई, सड़क की स्थिति आदि के बारे में जानकारी जुटाई। उसके बाद किस रूट पर कितने सीटर बस चलेगी इसकी रिपोर्ट मुख्यालय को भेजी गई है।
इन गांवों का किया गया चयन
बरेली में रिछा क्रासिंग बालपुर, बहेड़ी सेमीखेड़ा-वसुधरन, बहेड़ी शीशगढ, बहेड़ी शेरगढ़, वकैनिया चम्पतपुर से पिररिया रामपुर, सतुइया पट्टी से भोलापुर मिलक, रसूली चौधरी से गौतारा मुरादाबाद, बिहारीपुर से किटौना-आवंला-सिरौली-शाहबाद, राजपुर कलान से ढकिया, डवौरा से नूरपुर आंवला- बिसौली-चंदौसी, रामपुर खुर्द से गोला खेड़ा, नवाबगंज-कल्याणपुर गेला, क्योलड़िया-सुनदरी, कल्याणपुर-कटईया, सेंथल बरौर, भुता, बिथरी, किशनपुर, जादोपुर, बुखारा, पचपेड़ा, समेत अन्य गांव के रूट शामिल हैं।