नई दिल्ली। हिंडनबर्ग रिसर्च की ओर से अदाणी ग्रुप पर लगाए गए आरोपों को अमेरिकी सरकार की एक एजेंसी ने खारिज कर दिया है. इसके बाद अदाणी ग्रुप के शेयरों में भारी उछाल दर्ज किया गया. न्यूज एजेंसी ‘ब्लूमबर्ग’ की एक रिपोर्ट में कहा है कि अमेरिकी सरकारी एजेंसी ने अदाणी ग्रुप के खिलाफ शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों को महत्वहीन पाया है. इसके बाद अदाणी ग्रुप के शेयरों में 20 फीसदी तक का भारी उछाल देखा गया. वहीं, अदाणी ग्रीन एनर्जी के शेयरों में 17 फीसदी तक की तेजी देखी गई.
अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने मंगलवार को फंडिंग योजना का ऐलान भी किया. कंपनी ने फाइनेंसिंग फ्रेमवर्क को 3 अरब डॉलर तक बढ़ाने के लिए 1.36 अरब डॉलर की फॉलो-ऑन फंडिंग योजना का ऐलान किया है. ये टॉप इंटरनेशनल बैंकों के एक कंसोर्टियम से समर्थित है. सुप्रीम कोर्ट ने 24 नवंबर को हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों और जॉर्ज सोरोस की फंडिंग वाले ग्रुप की एक रिपोर्ट से जुड़े मामले में याचिकाकर्ताओं के खिलाफ कड़े सवाल भी पूछे थे. इन रिपोर्टों में अदाणी ग्रुप को निशाना बनाया गया था.
एक सीनियर अमेरिकी अधिकारी के हवाले से कहा कि इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्प ने श्रीलंका में एक कंटेनर टर्मिनल प्रोजेक्ट के लिए अदाणी ग्रुप को 55.3 करोड़ डॉलर का लोन देने से पहले उस पर लगे आरोपों की अपने लेवल पर जांच की थी. जांच में पाया गया कि हिंडनबर्ग के आरोप अप्रासंगिक यानी महत्वहीन थे. डीएफसी एक अमेरिकी सरकारी एजेंसी है, जो ज्यादातर उभरती अर्थव्यवस्थाओं के डेवलपमेंट प्रोजेक्ट में इनवेस्टमेंट करती है.
दूसरी ओर अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के शेयर मंगलवार 18 प्रतिशत से ज्यादा बढ़कर 2,995.80 रुपये पर पहुंच गए और 2,960.10 रुपये पर बंद हुए. अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन एक बार फिर 3.40 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े पर पहुंच गया. कंपनी का स्टॉक अपने 52 हफ्ते के निचले स्तर से करीब 200 प्रतिशत तक बढ़ गया.
अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड करीब 17 प्रतिशत बढ़कर 1,023.90 रुपये पर पहुंच गया. यह 52-सप्ताह का नया उच्चतम स्तर है. अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड के शेयर 15 फीसदी की बढ़त के साथ 1,011.85 रुपये पर बंद हुए. यह शेयर अपने 52-सप्ताह के न्यूनतम स्तर से 160 फीसदी बढ़ चुका है. अदाणी विल्मर मंगलवार को 10 फीसदी चढ़कर 380.90 रुपये पर पहुंच गया, जिसका कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन 50,000 करोड़ रुपये है.
हिंडनबर्ग के आरोपों पर अमेरिकी एजेंसी का बयान शॉर्ट-सेलर के खिलाफ अदाणी ग्रुप की प्रतिक्रिया को मजबूत करती है. इनवेस्टर्स आज अदाणी ग्रुप के शेयरों के प्रदर्शन को इस बात के सबूत के तौर पर भी देखते हैं कि हिंडनबर्ग मार्केट में जो तूफान लेकर आया था, वो बहुत पहले बीत चुका है.