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कोतवाली में लेखपालों ने दिया धरना
बलिया। इंस्पेक्टर बृजेश द्विवेदी के नेतृत्व में एंटी करप्शन आजमगढ़ की टीम ने मंगलवार को जमीन की पैमाइश के एवज में पांच हजार रुपए लेखपाल द्वारा मांगने की शिकायत पर बांसडीह तहसील से लेखपाल व एक अन्य को पकड़कर कोतवाली लेकर चली गई। जहां कोतवाली दोनों व्यक्तियों के हाथों को केमिकल से धुलवाया गया। जिसमें लेखपाल के हाथ धुलवाने पर केमिकल सफेद ही रहा। जबकि दूसरे व्यक्ति का हाथ लाल हो गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोतवाली क्षेत्र के सुल्तानपुर निवासी सूरज बिंद ने अपनी जमीन की पैमाइश के लिए उप जिलाधिकारी बांसडीह के यहां आवेदन दिया था। जिसमें हल्के के लेखपाल नवनीत खरवार द्वारा पैमाइश के लिये पांच हजार रुपए की मांग की जा रही थी। जिसके बाद पीड़ित ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम से की। इसके बाद आजमगढ की एंटी करप्शन टीम पीड़ित से संपर्क कर मंगलवार को बांसडीह तहसील पर पहुँची। तहसील पर आने के बाद टीम ने अपने दो सहयोगियों को लेखपाल के कमरे में शिकायतकर्ता के साथ भेजा।शिकायतकर्ता ने लेखपाल को पैसा दिया, लेकिन लेखपाल ने पैसा अपने नहीं लिया, बल्कि वहां बगल में बैठे अपने सहयोगी सम्राट गोंड को इशारा कर पैसे देने को कहा। जैसे ही पीड़ित ने सम्राट को पैसा दिया, वैसे एंटी करप्शन टीम ने उस व्यक्ति और लेखपाल को धर दबोचा
इसके बाद दोनों को कोतवाली लेकर चली आई। इस घटना की सूचना जैसे ही लेखपाल संघ के अध्यक्ष को मिली वैसे ही सभी तहसील के लेखपाल कोतवाली पहुँच कर अपने सहयोगी को छुड़ाने की मांग करने लगे। वही टीम द्वारा न छोड़े जाने पर लेखपाल कोतवाली में धरना व नारेबाजी करने लगे। कोतवाली में बढ़ते बवाल को देख प्रभारी कोतवाल राजेश कुमार सिंह ने अपने उच्चाधिकारियों को इसकी सूचना दी। उच्चाधिकारियों की सूचना पाकर कई थानों की पुलिस बांसडीह कोतवाली पहुँच कर मोर्चा संभाला।
इनसेट…
साजिश के तहत लेखपाल को फंसाया गया
बलिया। लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष निर्भय कुमार सिंह ने कहा कि एंटी करप्शन टीम द्वारा बंद कमरे में जबरिया रुपए पकड़ाकर केमिकल से हाथ धुलवाया जा रहा है। जबकि मौके से किसी अन्य व्यक्ति द्वारा पैसे लिए गए। जिसका लेखपाल नवनीत खरवार से दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं है। टीम द्वारा साजिश के तहत लेखपाल को फंसाया जा रहा है।