लखनऊ। यूपी के सरकारी अस्पतालों में निजी एंबुलेंस के खड़े होने की कई दिनों से मिल रही शिकायतें मिल रही थी, जिसके बाद अब शासन इस मामले में सख्त हो गया है। शासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने एक जांच कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी देखेगी कि कहां कहां सरकारी अस्पतालों में निजी एंबुलेंस खड़ी हैं जिसके बाद पुलिस के सहयोग से इनको सीज करने की कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि पूरे यूपी से ये शिकायतें आ रही थीं कि सरकारी अस्पतालों के बाहर निजी एंबुलेंस चालक और दलाल खड़े रहते हैं और मरीजों को यहां प्रवेश न मिलने पर उन्हें निजी अस्पताल ले जाते हैं। यहां न केवल उन्हें लूटा जाता है बल्कि उनका ढंग से इलाज भी नहीं होता है। कई दिनों से मिल रही शिकायतों के बाद शासन अब सख्त हो गया है।
पूरे मामले की जानकारी देते हुए लखनई के सीएमओ ने बताया कि सभी अस्पतालों, संस्थानों के लिए नोडल अधिकारी तय तक लिए गए हैं। उनकी यह जिम्मेदारी होगी कि कहीं भी निजी एंबुलेंस नहीं खड़ी हो पाए। इसके लिए नगर निगम और पुलिस का भी सहयोग लिया जाएगा। बता दें कि शनिवार को केजीएयू के बाहर खड़ी तीन निजी एंबुलेंस पर कार्रवाई की गई थी और उन्हें जब्त कर लिया गया था।