भोपाल। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले अखिलेश यादव विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ से किनारा करने की तैयारी में दिख रहे हैं। दरअसल, चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी (सपा) मध्य प्रदेश में अपने पैर जमाने की कोशिश कर रही है। माना जा रहा है कि अखिलेश विपक्ष से अलग राह अपना सकते हैं।
मध्य प्रदेश में पैर जमाने की कोशिश में सपा
सपा ने मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्रों में संगठन को मजबूत करने के लिए खजुराहो में अपना कार्यालय खोलने का फैसला किया है। बुन्देलखण्ड और विंध्य क्षेत्र पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश की सीमाओं पर स्थित हैं।
छतरपुर में खरीदी जमीन
एक पदाधिकारी ने कहा कि इस कार्यालय को स्थापित करने के लिए सपा ने राज्य के छतरपुर जिले में अपने मंदिर की मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल खजुराहो में 6,500 वर्ग फुट जमीन खरीदी है। भोपाल में पहले से ही सपा का प्रदेश मुख्यालय कार्यालय है।
कांग्रेस और सपा में हुई थी नोकझोंक
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव 17 नवंबर को एक ही चरण में हुए थे और वोटों की गिनती रविवार को होगी। इंडिया गठबंधन के हिस्से के रूप में विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर कांग्रेस के साथ तीखी नोकझोंक के बीच सपा ने राज्य में 68 उम्मीदवार उतारे थे।
मध्य प्रदेश चुनाव के दौरान सपा और कांग्रेस के बीच तीखी बयानबाजी हुई थी, जब कांग्रेस ने अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा की थी और अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली पार्टी के साथ सीटें साझा करने से इनकार कर दिया था।
दोनों दल विपक्षी इंडिया गुट के सदस्य हैं, लेकिन कांग्रेस नेताओं ने कहा कि यह गठबंधन केवल लोकसभा चुनाव के लिए है।