उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुक्रवार को संपन्न हो गया. विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सदन के आखिरी दिन कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया. 4 दिन के सत्र के दौरान पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी रहा. एक ओर जहां समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने जातीय जनगणना के साथ-साथ राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा तो वहीं नेता सदन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष को आईना दिखाया.
इस बीच सुहेल देव भारतीय समाज पार्टी यानी सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने सपा और अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा- हम बोलेंगे तो बुरा लगेगा. हम गठबंधन करते हैं तो हम दलबदलू कहलाते हैं. 8 बार आपकी पार्टी ने गठबंधन किया तो आप दलबदलू नहीं कहलाओगे.
विधानसभा सत्र के दौरान सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर ने गठबंधन के मुद्दे को लेकर अखिलेश यादव को घेरा. सुभासपा नेता ने कहा- आप गठबंधन करोगे तो दलबदलू नहीं कहलाओगे क्योंकि हम कमजोर हैं. आप जाति और उम्र में बड़े हो. सत्ता में रहे हो इसलिए जो चाहे वो कह सकते हो.
‘वो आज बीजेपी के साथ खड़ा है. इसको स्वीकार करें…’
सपा पर आरोप लगाते हुए राजभर ने कहा कि कभी कांग्रेस, कभी बसपा, कभी सुभासपा, कभी निषाद पार्टी से खुद गठबंधन करेंगे लेकिन कहेंगे हमको. लेकिन आपकी नाकामी की वजह से जो 38 फीसदी पिछड़ा था वो आज बीजेपी के साथ खड़ा है. इसको स्वीकार करें.
उन्होंने कहा कि जब सत्ता में थे, तब पीडीए और जातीय जनगणना याद नहीं आई. हमारे भाई आशीष पटेल जी ने बहुत सही बात कही. चार बार की सरकार में एक बार में सपा की सरकार ने जातीय जनगणना की चर्चा नहीं की.’
राजभर ने कहा कि मैं जब आपके गोल में गया तब आपकी समझ आया. लेकिन आप मेरी बात नहीं समझ पा रहे हैं. गठबंधन तोड़ने के संदर्भ में राजभर ने कहा तलाक भिजवा दिया था इसलिए कबूल कर लिया.