नई दिल्ली। वेस्टइंडीज के विकेटकीपर बल्लेबाज शेन डॉरिच ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा करके क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया है। डॉरिच को इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए कैरेबियाई टीम में चुना गया था, लेकिन उन्होंने अपना नाम वापस लिया। क्रिकेट वेस्टइंडीज ने गुरुवार को शेन डॉरिच के संन्यास की घोषणा की।
शेन डॉरिच को इस महीने वेस्टइंडीज स्क्वाड में शामिल किया गया था। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट तीन साल पहले जबकि आखिरी वनडे चार साल पहले खेला था। डॉरिच ने अपना टेस्ट डेब्यू 2015 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किया था और 35 टेस्ट में देश का प्रतिनिधित्व किया। डॉरिच ने एकमात्र वनडे 2019 में खेला था।
डॉरिच का करियर
शेन डॉरिच को इंग्लैंड के खिलाफ आगामी वनडे सीरीज के लिए कैरेबियाई टीम में चुना गया था। मगर उन्होंने अपना नाम वापस लेकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया। डॉरिच ने अपना आखिरी मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ दिसंबर 2020 में खेला था।
32 साल के डॉरिच ने 35 टेस्ट में 1570 रन बनाए और उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर श्रीलंका के खिलाफ नाबाद 125 रन है। विकेटकीपर के रूप में उन्होंने 85 कैच और पांच स्टंपिंग की।
क्रिकेट वेस्टइंडीज का बयान
क्रिकेट वेस्टइंडीज के क्रिकेट निदेशक माइल्स बासकोंब ने कहा, ”हम शेन को वेस्टइंडीज के लिए दिए योगदान के लिए धन्यवाद देते हैं। वो अनुशासित, कड़ी मेहनत करने वाले क्रिकेटर जो हमेशा स्टंप्स के पीछे अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करते हैं।”
”2019 में उनके लिए यादगार सीरीज रही, जहां उन्होंने बारबाडोस में शानदार टेस्ट शतक जमाया, जिसकी मदद से हम इंग्लैंड को मात देकर विज्डन ट्रॉफी जीतने में कामयाब रहे। हम संन्यास लेने के उनके फैसले की इज्जत करते हैं और मानते हैं कि यह फैसला लेना आसान नहीं। हम उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर जाने के लिए शुभकामनाएं देते