मुंबई। भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने दिल्ली में नौसेना दिवस संवाददाता सम्मेलन में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने 10 क्षेत्रीय भाषाओं में नौसेना इतिहास की पुस्तकों का विमोचन किया। साथ ही पहली महिला कमांडिंग ऑफिसर की नियुक्ति से लेकर क्षमताओं में वृद्धि तक उन्होंने बात की।
युद्ध के लिए तैयार नौसेना
हरि कुमार ने कहा, ‘हमारी इकाइयां हिंद महासागर क्षेत्र व उससे परे हमारे राष्ट्रीय हितों की रक्षा और बढ़ावा देने के लिए तैनात हैं। नौसेना भविष्य में होने वाले किसी भी युद्ध के लिए तैयार है।’
एक हजार का आंकड़ा पार
उन्होंने अग्निवीर को लेकर भी बात की। उन्होंने बताया कि अग्निवीर के पहले बैच ने इस साल मार्च में आईएनएस चिल्का से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। अहम बात यह है कि अग्निवीर के इस बैच में 272 महिला प्रशिक्षु शामिल थीं, जबकि अभी के बैच में 454 महिलाएं हैं। आईएनएस चिल्का में अग्निवीर के तीसरे बैच को तैयार किया जा रहा है। ऐसे में महिला अग्निवीरों की कुल ताकत एक हजार के आंकड़े को पार कर गई है।
चीनी गतिविधियों पर भी प्रकाश डाला
भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने मालदीव और पाकिस्तान सहित हिंद महासागर क्षेत्र में चीनी गतिविधियों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि महासागरों को एक साझा विरासत माना जाता है। महासागरों का उपयोग किसी भी राष्ट्र की वैध आर्थिक गतिविधियों के लिए किया जा सकता है। चीन के पास आर्थिक गतिविधियों के लिए हिंद महासागर क्षेत्र में मौजूद होने का एक वैध कारण हो सकता है।
जो भी हो रहा है उन सबसे अवगत
उन्होंने आगे कहा, ‘इसके बावजूद हम हिंद महासागर में स्थानीय नैसैनिक शक्ति के रूप में हम इस बात पर नजर रख सकते हैं कि वहां क्या हो रहा है। हम इस क्षेत्र में मौजूद अतिरिक्त क्षेत्रीय ताकतों को निगरानी में रखने की कोशिश करते हैं और हम जानना चाहते हैं कि उनकी गतिविधियां क्या हैं, वे किस काम में लगे हुए हैं और उनके इरादे क्या हैं। इसलिए हम जहाजों, पनडुब्बियों, विमानों को तैनात करते हैं। वहां जो भी हो रहा है उन सबसे हम अवगत हैं।’
पहली महिला कमांडिंग ऑफिसर
तीनों सेनाओं के बीच तालमेल पर उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना एकजुटता के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। इसके अलावा उन्होंने बताया कि हाल ही में भारतीय नौसेना ने नौसैनिक जहाज में पहली महिला कमांडिंग ऑफिसर नियुक्त की, जो गर्व की बात थी।