गुजरात के भावनगर में रविवार को एक दलित महिला की चार लोगों ने लोहे की पाइप से पीट-पीट कर हत्या कर दी. इन चार में से दो लोग वही थे, जिन्होंने तीन साल पहले इसी महिला के बेटे के साथ मारपीट की थी. जानकारी के मुताबिक बेटे के साथ मारपीट के बाद आरोपियों के खिलाफ दर्ज कराए गए मामले में समझौते की पेशकश लेकर ये लोग महिला के पास पहुंचे थे. हालांकि महिला ने समझौता करने से इनकार कर दिया, जिसके बाद आरोपियों ने पीट-पीट कर उसको मार डाला. पुलिस का कहना है कि हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है और सोमवार को इस मामले में तीन आरोपियों की गिरफ्तार भी कर लिया गया है.
मरने से पहले गीता ने दर्ज करा दिया था बयान
इस मामले में बोरतालाव पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है. जिसके मुताबिक 45 वर्षीय गीता मारू रविवार की शाम बीड़ी खरीदने के लिए दुकान पर गई थीं. तभी शैलेष कोली, उसका दोस्त रोहन कोली और दो अन्य शख्स वहां पहुंच गए. इन चारों ने गीता को गालियां देनी शुरू कर दीं. इसी दौरान शैलेष और रोहन ने तीन साल पहले महिला के बेटे गौतम द्वरा दर्ज कराए गए मामले में समझौता करने की बात उससे कही. पुलिस ने मरने से पहले गीता का बयान दर्ज कर लिया था, उसी आधार पर एफआईआर भी दर्ज की गई है, जिसमें गीता ने समझौता न करने की बात बताई, जिसके बाद चारों ने लोहे की पाइप से उसे मारना शुरू कर दिया.
2020 में गीता के बेटे पर आरोपियों ने किया था हमला
इस हमले के बाद गीता को उसके पति लाखू और बेटी अंजली तुरंत सरकारी अस्पताल ले गए. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक भावनगर के एसपी हर्शद पटेल ने बताया कि उपचार के दौरान गीता की हालत ठीक थी और इसी दौरान उसका बयान दर्ज कराया गया. हालांकि बाद में उसकी हालत बिगड़ती गई और सोमवार को उसकी मौत हो गई. एसपी हर्शद पटेल ने आगे बताया कि अप्रैल 2020 में शैलेष और रोहन ने गीता के बेटे गौतम पर हमला किया था. गौतम मजदूरी करता है. 2020 में हुए हमले के बाद गौतम ने उन दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी.
तीन को किया जा चुका गिरफ्तार, चौथे की हो रही तलाश
एसपी पटेल ने बताया कि आरोपी और पीड़ित परिवार एक ही इलाके में रहते हैं. रविवार को आरोपियों ने पीड़ित परिवार पर दवाब बनाया कि उन्हें इस मामले में समझौता कर लेना चाहिए. हालांकि गीता ने ये प्रस्ताव ठुकरा दिया, जिसके बाद उसपर हमला कर दिया गया. गीता के परिवार ने शुरुआत में चारों आरोपियों की गिरफ्तारी के पहले शव लेने से इनकार कर दिया था. हालांकि तीन लोगों की गिरफ्तारी के बाद उन्होंने शव ले लिया. पुलिस का कहना है कि चौथे आरोपी को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.