मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने भीम सम्मेलन के लिए बधाई देते हुए लालू यादव की सरकार की खूबियां बताईं।
नीतीश कुमार ने रविवार को कहा था कि 2005 के पहले दलितों के उत्थान के लिए कोई ध्यान नहीं देता था। शिवानंद ने कहा कि नीतीश जी यह क्यों भूल जाते हैं कि इसी बिहार में कर्पूरी ठाकुर जैसे नेता को खुलेआम कैसी- कैसी गलियां दी गई थीं।
बहुत हद तक वैसे दबे हुए समाज में लालू यादव मुख्यमंत्री बने थे। वह समय था जब जाति से बड़े लोगों के सामने दलितों की कौन कहे, अधिकांश पिछड़ों को खटिया या कुर्सी पर बैठे रहने को उद्दंडता माना जाता था।
लालू यादव ने की परिर्वतन की शुरुआत : शिवानंद
बिहार के वैसे सामंती समाज में लालू यादव की सरकार बनी तब लालू प्रसाद ने दलितों को लक्ष्य कर सामाजिक परिर्वतन की शुरुआत की।
उन्होंने कहा 1990 के मार्च में उन्होंने एक योजना की शुरुआत की। उसके अंतर्गत इंदिरा आवास योजना के तहत दो वर्षों में साठ हजार घर बनाए गए।
1996 तक तो गरीबों के तीन लाख घर बन गए। यहां-वहां से हटाए जाने वालों को सुरक्षित पक्का आवास मिल गया।
पटना शहर में ही हजारों ऐसे मकान बनवाए गए। आभिजात्य लोग लालू यादव को इस अपराध के लिए आज भी गाली देते हैं।
नीतीश जी बेहतर आवास बनवाएं
लालू ने राजधानी में जिन दलित परिवारों को पक्के मकान में पहुंचाया था उनका परिवार अब बड़ा हो गया है। उनको पैर फैलाने की जगह नहीं मिल रही है।
इसलिए हम तो नीतीश जी से नम्रतापूर्वक अनुरोध करेंगे कि उन आवासों को विस्तारित करें और उनसे बेहतर नए आवास का निर्माण कराएं।