हमीरपुर : ग्राम पंचायतों में केंद्रीय वित्त आयोग एवं राज्य वित्त आयोग द्वारा उपलब्ध कराई गई धनराशि को खर्च करने में आठ ग्राम विकास अधिकारी/सचिव ग्राम पंचायत फिसड्डी साबित हुए हैं। जिला पंचायत राज अधिकारी ने इन सभी को परिनिंदा प्रविष्टि प्रदान करते हुए सभी का नवंबर माह का वेतन रोकने की संस्तुति करते हुए रिपोर्ट जिला विकास अधिकारी को भेजी है। इस कार्रवाई से विभाग में खलबली मची हुई है।
जिला पंचायत राज अधिकारी जितेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि कुरारा ब्लाक की पतारा डांडा के ग्राम विकास अधिकारी/सचिव ग्राम पंचायत नीरज सचान द्वारा ग्राम पंचायतों की वार्षिक कार्ययोजना 2023-24 में कुल शामिल किए गए 129 कार्यों के सापेक्ष मात्र 19 कार्यों को प्रारंभ कराया गया है। ग्राम पंचायत भटपुरा डांडा में तैनात ग्राम विकास अधिकारी/सचिव ग्राम पंचायत नसीम अहमद द्वारा 65 कार्यों के सापेक्ष मात्र सात कार्यों को प्रारंभ कराया गया है। ग्राम पंचायत पुरैनी में ग्राम विकास अधिकारी/सचिव ग्राम पंचायत कुलदीप द्वारा कुल 55 कार्यों के सापेक्ष मात्र नौ कार्यों और बंडवा में 54 कार्यों के सापेक्ष पांच कार्यों को प्रारंभ कराया गया है। कुरारा ब्लाक के बेरी में ग्राम विकास अधिकारी/सचिव ग्राम पंचायत विकास चौधरी द्वारा 98 कार्यों में सिर्फ 13 कार्य शुरू कराए गए हैं। ग्राम पंचायत-खेड़ा शिलाजीत में सचिव विनय कुमार यादव द्वारा 49 कार्यों के सापेक्ष सिर्फ एक कार्य चालू कराया गया है। ग्राम पंचायत-जरिया में ग्राम विकास अधिकारी/सचिव ग्राम पंचायत दिनेश कुमार दीक्षित द्वारा 59 कार्यों में सिर्फ चार काम शुरू कराए गए हैं। ग्राम पंचायत गिमुहा डांडा में कुल शामिल किए गए 53 कार्यों के सापेक्ष मात्र नौ कार्यों को प्रारंभ कराया गया है। इसी प्रकार ग्राम पंचायत कनौटा डांडा में कुल 95 कार्यों के सापेक्ष मात्र पांच कार्यों को प्रारंभ कराया गया है। जिला पंचायत राज अधिकारी जितेंद्र मिश्रा ने बताया कि इन सभी ग्राम विकास अधिकारी/सचिव का माह नवंबर का वेतन तब तक आहरित न किए जाने की संस्तुति की गई है जब तक ग्राम पंचायतों में वित्त आयोग की उपलब्ध धनराशि का उपभोग कम से कम 90 प्रतिशत न कर लिया जाए। वहीं ग्राम पंचायत अधिकारी/सचिव ग्राम पंचायत निशा को मध्यावधि परिनिंदा प्रविष्टि प्रदान की गई है। इसके अलावा सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) राठ अरविंद कुमार सक्सेना, प्रभारी सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) सरीला श्याम सुंदर, सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) धर्मेंद्र पाल को परिनिंदा प्रवृष्टि दी है। जबकि ग्राम पंचायत अधिकारी रामू अहिरवार को परिनिंदा प्रवृष्टि और वेतन रोका गया है।