वाराणसी में देव दीपावली को लेकर तैयारियां अब अंतिम पड़ाव हैं. इस बार वाराणसी के घाटों पर 21 लाख दीपों से सभी 108 घाटों, 75 कुंडों और तालाबों पर दीपोत्सव करके देवताओं की दीपावली यानी देव दीपावली मनाई जाएगी. अयोध्या में दीपोत्सव की तर्ज पर ही वाराणसी में भी कार्यक्रम हो रहा है.
देशभक्ति थीम पर होगा कार्यक्रम
27 नवंबर को पड़ने वाली देव दीपावली के मौके पर वाराणसी के घाट दीपों की रोशनी से जगमगाएंगे. खास बात ये रहेगी कि इस 20 लाख दीये मिट्टी के रहेंगे. जबकि एक लाख दीये गाय के गोबर से बने होंगे. इस वर्ष देव दीपावली पर पांच प्रमुख विषय पर ध्यान केंद्रित करते हुए उसी पर आधारित देव दीपावली उत्सव मनाया जाएगा. जिसमें नारी सशक्तिकरण, अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भव्य श्री राम मंदिर का निर्माण, नशा उन्मूलन,गंगा के निर्मलता अविरलता के साथ-साथ गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व है. इन पांच बिंदुओं पर देव दीपावली मनाया जाएगा. जिसके लिए केंद्रीय देव दीपावली समिति की तरफ से तैयारी की जा रही है.
नहीं होगा चाइनीज लाइटों का प्रयोग
इस वर्ष देव दीपावली में विद्युत झालरों का कम से कम उपयोग करके, दीपों से ही सजावट और रोशनी करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. इस वर्ष देव दीपावली पर वाराणसी में लगभग आठ लाख लोगों के आने की संभावना है. केंद्रीय देव दीपावली समिति तीर्थ पुरोहित के साथ आने वाले पर्यटकों को इस उत्सव के मानने का बेहद बेसब्री से इंतजार है. सभी अपनी-अपनी तैयारी में लगे हैं.
इन थीम पर होगा कार्यक्रम
केंद्रीय देव दीपावली समिति अध्यक्ष आचार्य बागिश दत्त मिश्र ने बताया कि इस बार का केंद्रीय देव दीपावली महोत्सव पांच प्रमुख विषयों पर प्रमुख रूप से केंद्रित रहेगा. जिसमें नारी सशक्तिकरण, अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भव्य श्री राम मंदिर का निर्माण, नशा उन्मूलन, गंगा के निर्मलता अविरलता के साथ-साथ गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व है. इन पांच बिंदुओं पर केंद्रीय देव दीपावली किया जाएगा.
प्रशासन से की सहयोग की अपील
देव दीपावली में दीपोत्सव की शुरुआत लगभग शाम 5:15 से शुरू होगा. सभी घाटों पर एक साथ दीपोत्सव शुरू कराए जाने की योजना है. केंद्रीय देव दीपावली और आरती महा समिति के अध्यक्ष ने सभी से अपील करते हुए कहा कि जो भी उस दिन बनारस में मेहमान के रूप में आए हम सभी को उनकी सुविधा सुरक्षा का विशेष ख्याल रखते हुए जिला प्रशासन का पूरा सहयोग करना है. जिला प्रशासन से अपील किया कि देव दीपावली तक घाटों की सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए, ताकि आने वाले पर्यटकों को असुविधा न हो.