कॉरिडोर बनाने के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मथुरा के बांके बिहारी मंदिर के चारों ओर कॉरिडोर बनाने के लिए यूपी सरकार को अनुमति दे दी है. जिसके बाद अब बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर बनाने की तैयारियां तेज हो गई हैं. ये कॉरिडोर उसी तरह बनाया जाएगा जैसे काशी विश्वनाथ मंदिर में बनाया गया है. इसके बनने से श्रद्धालुओं को आसानी होगी और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.
कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद अब इसका काम तेजी शुरू किया जाएगा. ये कॉरिडोर पांच एकड़ जमीन पर बनाया जाएगा. इसके लिए सर्वे का काम भी पूरा किया जा चुका है. काशी विश्वनाथ की तरह इसे भी यमुना नदी से जोड़ा जाएगा. इसका प्रस्तावित प्लान भी सामने आ चुका है. दो मंजिला कॉरिडोर में आने के लिए तीन रास्ते होंगे, जिनके जरिए मंदिर के मुख्य भवन तक आया जा सकेगा.
कैसा होगा बांके बिहारी कॉरिडोर
बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर के तीन रास्ते होंगे. जो जुगल घाट, जादौन पार्किंग और विद्यापीठ चौराहे से कनेक्ट होंगे. योजना के मुताबिक जुगल घाट के रास्ते पर 25 मीटर चौड़ी सड़क होगी. जादौन पार्किंग की सड़क पंद्रह मीटर और विद्यापीठ चौराहे की सड़क सात मीटर चौड़ी होगी. इस रास्ते के चौड़ीकरण के लिए आसपास की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा.
बांके बिहारी कॉरिडोर में परिक्रमा मार्ग बनाया जाएगा. इसमें प्रमुख मंदिर के साथ चार प्राचीन मंदिर भी जोड़े जाएंगे, जिनमें मदन मोहन मंदिर और राधा वल्लभ मंदिर शामिल हैं. श्रद्धालु जैसे-जैसे कॉरिडोर में आग बढ़ेंगे वैसे-वैसे मंदिरों के दर्शन होने लगेंगे.
तमाम आधुनिक सुविधाएं होंगी मौजूद
ये कॉरिडोर दो मंजिला होगा, जिसमें भक्तों की हर सुविधा का ध्यान रखा जाएगा. इसमें श्रद्धालुओं के खाने पीने के लिए फूड कोर्ट, पानी की व्यवस्था, डॉक्टरी सुविधा समेत तमाम सुविधाएं होंगी. ये कॉरिडोर पांच एकड़ जमीन में बनकर तैयार होगा, जिसके लिए 321 भवन और इमारतों को अधिग्रहण किया जाएगा. कोर्ट ने साफ कर दिया है कि कॉरिडोर निर्माण के लिए मंदिर के खाते का धन इस्तेमाल नहीं किया जाएगा, सरकार अपनी योजना लाएगी.
वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर को सोमवार को इलाहबाद हाईकोर्ट से मंजूरी मिल गई। मंजूरी मिलने के बाद अब कॉरिडोर निर्माण का भी रास्ता साफ़ हो गया है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद अब जल्द ही बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर का निर्माण भी शुरू हो जाएगा। बता दें कि इसके निर्माण का ब्लू प्रिंट पहले से ही जिला प्रशासन ने तैयार कर योगी सरकार को भेज दिया है।
जानिए कैसा होगा कॉरिडोर?
कॉरिडोर के प्रस्ताव के अनुसार यह दो मंजिल का होगा। इसके अलावा इसमें तीन रास्ते होंगे। तीन रास्तों के माध्यम से मंदिर तक आसानी से पहुंचा जा सकेगा। इसके साथ रास्ते भी चौड़े होंगे। हाई कोर्ट के फैसले के बाद प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है तो वहीं श्रद्धालु भी खुश हैं। इस कॉरिडोर का निर्माण 5 एकड़ (8 बीघा) में किया जायेगा।