बलिया। पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश बार्डर के कल्याणी जनपद के वनगांव में ड्यूटी के दौरान शहीद हुए बीएसएफ के जवान का शव शनिवार की शाम उसके गृह गांव प्रधानपुर आते ही पूरे गांववासी व ईलाकाई लोग शोक में डूब गए। मिली जानकारी के अनुसार रसड़ा के प्रधानपुर गांव निवासी पवन सिंह (37) पुत्र सुरेंद्र सिंह का पार्थिव शरीर सैकड़ों की संख्या में बाइक सवार युवकों ने तिरंगे के साथ बाइक जुलूस निकालकर सिधागरघाट से ही भारत माता की जयकार व पवन सिंह अमर रहे के नारे लगाते हुए रसड़ा नगर के राजधानी मार्ग बलिया लखनऊ भ्रमण कर प्रधानपुर गांव पहुंच कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। राजकीय सम्मान के साथ शहीद को गार्ड आफ आनर की सलामी दी गई। तत्पश्चात उनका अंतिम संस्कार प्रधानपुर टोंस नदी के घाट पर राजकीय सम्मान के साथ किया गया। शव के आते ही परिवार के लोग दहाड़े मारकर रोने लगे। तिरंगे में लिपटे जवान के पार्थिव शरीर को दर्शनार्थ के लिए दरवाजे के बाहर रखा गया, जहां अंतिम दर्शन के लिए सैकड़ों लोग पहुंचे और उन्होंने अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित की। प्रशासन की ओर से एसडीएम सदानंद सरोज, क्षेत्राधिकारी मो. फहीम कुरैशी, प्रभारी निरीक्षक रामायण प्रसाद सिंह ने दल-बल के साथ पहुंच कर श्रद्धासुमन अर्पित की। वहीं क्षेत्रीय विधायक के अनूज रमेश सिंह सहित हजारों की संख्या में लोगों ने अश्रुपूरित आंखों से जवान को श्रद्धांजलि अर्पित की। देर सायं प्रधानपुर स्थित टोंस नदी के किनारे पार्थिव शरीर को लाया गया, जहां पर मातमी धून के बीच जवानों ने उन्हें गार्ड आफ आनर दी। तत्पश्वात शहीद के आठ वर्षीय पुत्र शौर्य प्रताप सिंह ने मुखाग्नि दी। हृदय को झकझोर देने वाले इस दृश्य से घाट पर मौजूद हजारों की आंखे द्रवित दिखी। इसी क्रम मे शहीद के इमामिया इंटरमीडिएट कालेज में स्कूल परिवार व स्कूल के बच्चों ने मौन रख शहीद जवान को श्रद्धांजलि दी गई। समाज सेवी जावेद वीरगति बार्डर हुए शहीद के गांव मौके पर रहे।