अंबाला। छठ पर्व पर चलाई गई विशेष ट्रेन की लेटलतीफी का मामला प्रधानमंत्री कार्यालय और रेल मंत्री अश्विन वैष्णव तक पहुंच गया है। रेलवे बोर्ड से लेकर मंडल तक के अफसरों से जवाब-तलब करते हुए उत्तर रेलवे के चार वरिष्ठ अधिकारियों को बोर्ड में तलब किया गया है। ट्रेन को न चलाने का कारण रैक (रेलगाड़ी) सहरसा से समय पर न आना बताया गया है।
एक ट्रेन पर पथराव
छठ पर्व पर 04526 स्पेशल ट्रेन मंगलवार को पंजाब के सरहिंद से बिहार के सहरसा के लिए रवाना होनी थी। यह ट्रेन 11 बजकर 25 मिनट पर रवाना होनी थी, लेकिन बार-बार समय बढ़ाने की उद्घोषणा होती रही। इसके बाद यात्रियों का गुस्सा फूट पड़ा। स्टेशन पर हंगामा करते हुए उन्होंने एक ट्रेन पर पथराव भी कर दिया। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आरपीएफ के डीजी मनोज यादव से जानकारी ली। अन्य अधिकारियों से भी इस बारे में जवाब तलब किया गया।
16 घंटे 35 मिनट की देरी
पता चला है कि मामले की जांच शुरू कर दी गई और उत्तर रेलवे के कामर्शियल, आपरेटिंग, पैसेंजर ट्रैफिक आदि विभाग के मुखिया को रेलवे बोर्ड तलब कर दिया गया। यात्रियों ने हंगामा किया तो अंबाला मंडल के अधिकारियों ने दूसरा रैक मंगवाने के लिए प्रयास शुरू कर दिए। दिल्ली से रैक मंगवाया गया और 16 घंटे 35 मिनट की देरी से बुधवार तड़के 4 बजे ट्रेन रवाना की गई।
वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि गोरखपुर रूट पर कोहरे के कारण ट्रेन लेट हो गई। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ने नई दिल्ली से मंगलवार शाम चार बजे सभी मंडल प्रबंधकों से छठ पर तैयारियों का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जायजा लिया, लेकिन तब अंबाला मंडल के अधिकारियों ने रैक न मिलने का मुद्दा नहीं उठाया।
सुबह चार बजे ट्रेन रवाना हुई
सीनियर डीसीएमसीनियर डीसीएम नवीन कुमार झा ने बताया कि रैक न मिलने के कारण ट्रेन देरी से रवाना हुई। बाद में दिल्ली से रैक मंगवाया गया और ट्रेन को सहरसा के लिए रवाना किया गया। सीसीटीवी फुटेज और जानकारी मिली है कि ट्रेन पर कोई पथराव नहीं हुआ।
भविष्य में ऐसा न हो, इसके लिए अलर्ट
जीएमउत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधुरी ने कहा कि रैक समय पर न मिलने के कारण ट्रेन लेट हो गई थी। भविष्य में इस तरह न हो इसको लेकर अलर्ट कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि ट्रेन रद होने की कोई उद्घोषणा नहीं हुई थी। रैक आने में देरी हुई थी, इसलिए दूसरी ट्रेन का इंतजाम किया गया।