नई दिल्ली। बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच सोमवार को नई दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम पर खेला गया वर्ल्ड कप 2023 का 38वां मैच विवाद के कारण यादगार बन गया। श्रीलंका के अनुभवी ऑलराउंडर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में टाइम्ड आउट होने वाले पहले क्रिकेटर बने।
इसके बाद बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन आलोचकों के निशाने पर आ गए और उनकी खेल भावना को लेकर जमकर किरकिरी हो रही है। हालांकि, शाकिब अल हसन को मैथ्यूज के खिलाफ टाइम्ड आउट की अपील करने का कोई मलाल नहीं हैं। उन्होंने कहा कि यह सही है या नहीं, ये वो नहीं जानते, लेकिन कानून के अंतर्गत है।
शाकिब अल हसन का बयान
मुझे लगा कि मैं युद्ध में हूं। मुझे जो भी करना पड़ा, वो किया। इस पर बहस होगी। टाइम्ड आउट से हमें मदद मिली, इसे मैं नजरअंदाज नहीं करूंगा। हमारा एक फील्डर मेरे पास आया और कहा कि अगर आप अपील करोगे तो कानून कहता है कि वो आउट हैं क्योंकि उन्होंने समय के रहते अपना गार्ड नहीं लिया था।
इसलिए फिर मैंने अंपायर्स से अपील की। अंपायर ने मुझसे कहा कि अगर मैंने आउट दिया और आपने बल्लेबाज को वापस बुलाया तो अच्छा नहीं लगेगा। मैंने कहा कि मैं उन्हें वापस नहीं बुलाऊंगा। यह नियम में है कि बल्लेबाज को तय समय से पहले क्रीज में आना होता है और मैथ्यूज तब तक नहीं आए थे।
श्रीलंका की मुसीबत
श्रीलंका के लिए बांग्लादेश के खिलाफ हार कई मायनों में बुरी साबित हुई। उसकी मुसीबतों में इजाफा हो गया है। श्रीलंकाई टीम वर्ल्ड कप 2023 के सेमीफाइनल की रेस से पूरी तरह बाहर हो गई है। इसके अलावा उसके चैंपियंस ट्रॉफी के लिए क्वालीफाई करने की भी मुसीबतें बढ़ गई हैं।
श्रीलंका की टीम बांग्लादेश के खिलाफ हार के बाद प्वाइंट्स टेबल में आठवें स्थान पर खिसक गई है। उसे अपना आखिरी मैच गुरुवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलना है।