तिसरी। तिसरी थाना क्षेत्र के भुराई गांव के गुलाम मियां की दूसरी पत्नी रुकसाना खातून ने सौतन बढ़नी खातून सहित चार लोगों पर मारपीट व छीनतई करने, ससुराल में नहीं रहने देने और पति को कैद कर अड़सार में रखने का आरोप लगाया है। उसने थाना में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है।
सौतन को पत्नी ने घर से निकाला
वह सात माह की गर्भवती है। सौतन और उसकी बहन उसके साथ मारपीट करती है। खाना खाने नहीं देने पर गांव के सदर उसे खाना दे रहे हैं। आवेदन में उसने कहा है कि पति ने उससे संपर्क करने के पहले अपनी शादी बढ़नी खातून से होने की बात बताई।
बहुत समय बीत जाने के बाद भी पति को संतान सुख नहीं मिला। पत्नी बढ़नी भी अपने मायके अड़सार में रहने लगी है। गुलाम से अपने ही गांव बिहार के चकाई थाना के मोरियाडीह में मुलाकात हुई। संपर्क बढ़ा। वह उसे अपने साथ रखने लगा। इसके बाद अपने घर भराई ले गया।
पति को अलग कमरे में किया कैद
वर्तमान में वह सात माह की गर्भवती है। रोजी रोजगार के लिए गुलाम उसे अपने साथ दिल्ली ले गया। सौतन बढ़नी खातून, सौतन की बहन जुबेदा और साबो खातून, अल्लाहउद्दीन सहित चार लोग दोनों को दिल्ली से गत 22 अक्टूबर को अड़सार ले गए।
वहां उन दोनों को अलग-अलग कमरा में बंद कर दिया। उन लोगों ने उसके साथ मारपीट कर जेवर और नगदी दस हजार छीन कर भगा दिया। पति गुलाम अभी भी उन लोगों के कब्जे में है।
कहा कि इस हालत में वह कहां जाएगी। गुलाम के घर भुराई में रहने पर सौतन बढ़नी और उसकी बहन मारपीट करती है। खाने-पीने का सामान नहीं देती है। स्थानीय लोग और सदर कुछ दिनों से खाना दे रहे हैं।
अब दोनों पक्षों के बीच होगी पंचायत
इधर, महिला उत्थान समिति की मुनिया देवी, मुस्तरिया खातून, देवंती देवी, अनिता देवी, अबाद खातून, मीना देवी ने पुलिस प्रशासन से पीड़िता को न्याय दिलाने की अपील की है।
मुखिया इंब्राहिम अंसारी ने कहा कि गुलाम मियां ने यदि रुकसाना को दूसरी पत्नी के रूप में स्वीकार किया है और वह गर्भवती है, तो किसी को अत्याचार करने का अधिकार नहीं है।
पुलिस को इसकी जांच कर कार्रवाई करनी चाहिए। दूसरे पक्ष के अल्लाउद्दीन ने कहा कि गुलाम कोलकाता गया है। दोनों पक्षों के बीच पंचायत होगी। उन लोगों पर लगाया गया आरोप निराधार है। थाना प्रभारी प्रदीप कुमार ने कहा कि आवेदन के आलोक में जांच की जा रही है।