राममंदिर निर्माण के साथ ही रामलला के चढ़ावे में चार गुना की वृद्धि हो गई है। सितंबर में रामलला के दानपात्र में 60 लाख का चढ़ावा आया है। राममंदिर निर्माण से पहले रामलला का चढ़ावा हर माह 15 से 20 लाख होता था, लेकिन अब इसमें वृद्धि हुई है। पिछले दो महीने से रामलला का चढ़ावा 50 लाख को पार कर रहा है। दूसरी तरफ पहले जहां रामलला के चढ़ावे की गिनती मैनुअल होती थी वहीं अब चढ़ावे की गिनती के लिए मशीन का प्रयोग किया जाता है।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि अब इतना चढ़ावा आ रहा है कि हाथ से गिनती संभव ही नहीं है। पहले हर माह की पांच व 20 तारीख को चढ़ावे की गिनती होती थी वहीं अब हर रोज चढ़ावे की गिनती होती है। इसके लिए मशीनों का प्रयोग किया जाता है। गणना के लिए कर्मचारियों की संख्या चार से बढ़ाकर 10 कर दी गई है। बताया कि अगस्त में 56 लाख व सितंबर में रामलला के दान पात्र में भक्तों ने 60 लाख की निधि अर्पित की है। यही नहीं नकदी व ऑनलाइन माध्यमों से भी भक्त दान दे रहे हैं। हर रोज करीब दो लाख रुपये नकद, चेक व ऑनलाइन माध्यमों से प्राप्त हो रहे हैं। ऐसे में चढ़ावा व अन्य माध्यमों से हर माह करीब एक करोड़ से अधिक मंदिर निर्माण के लिए प्राप्त हो रहा है।
दो विदेशी भक्तों ने किया निधि समर्पण
प्रकाश गुप्ता ने बताया कि विदेशी भक्त भी अब मंदिर निर्माण के लिए निधि समर्पण कर रहे हैं। इसके लिए नई दिल्ली के स्टेट बैंक की शाखा में खाता खोला गया है। बताया कि अभी तक जो जानकारी मिली है उसके अनुसार यूएसए के एक भक्त ने 11 हजार व आस्ट्रेलिया के एक भक्त की ओर से 21 हजार का दान समर्पित किया गया है। चूंकि खाता दिल्ली में है इसलिए पूरी जानकारी वहां स्थित ट्रस्ट कार्यालय के पास ही उपलब्ध रहती