मथुरा। कारागार एवं होमगार्ड मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति ने कहा, अधिकांश जेलें आजादी से पहले की हैं। बंदियों की संख्या अधिक होने पर सरकार द्वारा जेलों में बैरक एवं अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
उत्तर प्रदेश के 10 जिलों में नई जेल बनवाई जा रही हैं। इनमें से दो इटावा व श्रावस्ती में क्रियाशील हो गई हैं। अन्य जिलों में निर्माणाधीन जेल जल्द क्रियाशील हो जाएंगी। वह शनिवार दोपहर जिला जेल में शारदीय नवरात्र पर उपवास रखने वाले बंदियों को फल वितरित करने आए। उन्होंने बंदियों को स्वेच्छानुसार हनुमान चालीसा एवं सुंदरकांड पाठ की पुस्तकें भी वितरित कीं।
बंदियों का जाना हाल
जिला जेल पहुंचे राज्यमंत्री को गारद ने सलामी दी, बंदियों का हाल जाना। इससे पूर्व पत्रकारों से वार्ता में राज्यमंत्री ने कहा शारदीय नवरात्र में प्रदेश की सभी जेलों में करीब एक लाख बंदी उपवास पर हैं। मथुरा जेल में 300 बंदी उपवास पर हैं, इन्हें फल वितरित किए।
मंत्री ने कहा कि बंदियों में सुधार की तरफ ऐतिहासिक काम हुए हैं। 41 जेल में महिला बंदियों की पढ़ाई के लिए शिक्षक नियुक्त किए गए हैं।
बंदी सीख रहे हुनर
जेलों में रहकर पढ़ाई करने वाले 90 प्रतिशत बंदी पास हुए हैं। जेल में सजा काटकर बाहर निकलने वालों को जल्द रोजगार नहीं मिलता है। ऐसे में बंदियों को कौशल विकास कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित किया जा रहा है। इस हुनर के जरिए लोग जेल से बाहर निकलकर अपना काम डालकर परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं। मिलाई व्यवस्था में सुधार किया गया है। अब लोग अपनों से आसानी से मिल रहे हैं।
600 बंदियों को किया गया रिहा
उत्तर प्रदेश सरकार बंदियों को सुविधा दिलाने की ओर खासे प्रयास कर रही है। राज्यमंत्री ने कहा प्रदेश की जेलों में 800 बंदी छोटे मामलों में निरुद्ध थे। इन बंदियों को नियम के अनुसार रिहा किया गया है।
अपराध की नहीं, धर्म पर करें चर्चा
राज्यमंत्री धर्मवीर प्रजापति ने कहा, जेल में हर धर्म के लोग रहते हैं। जो बंदी जिस धर्म के हैं, वे अपने भगवान को याद करें। कारागार में रहकर समय का सदुपयोग करें और भजन-कीर्तन में ध्यान करें। अच्छी पुस्तकें पढ़ें और धर्म पर चर्चा करें, ताकि वे बाहर निकलकर सही रास्ते पर चल सकें।
ये रहे मौजूद
जेल अधीक्षक ब्रजेश कुमार, जेलर महा प्रकाश सिंह, उप जेलर करुणेश कुमारी, शिवानी देवी, चिकित्साधिकारी डा. उपेंद्र पाल सिंह सोलंकी, डा. उत्पल सरकार, अनूप कुमार, फार्मासिस्ट सुभाष चंद्र द्विवेदी, लेखाकार सीएम तिवारी आदि मौजूद रहे।