छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश में आइएनडीआइए गठबंधन तितर-बितर होता दिख रहा है। प्रदेश विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस और सपा की आपस में ही ठन गई है। एक तरफ अखिलेश यादव जहां फ्रंट फुट पर आकर कांग्रेस पर आरोपों की बौछार कर रहे हैं, तो वहीं कांग्रेस तमाम सवालों से बचती नजर आ रही है। छिंदवाड़ा में पत्रकारों ने जब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से सवाल किया तो उन्होंने बेरुखी से बोलते हुए कहा, अरे भाई छोड़ो अखिलेश-वखिलेश’। इसके बाद वो ड्राइवर से गाड़ी आगे बढ़ाने को कहते हुए दिखे।
हम उनके फोन भी न उठाते
दरअसल, गुरुवार को अखिलेश यादव पर कांग्रेस पर धोखेबाज करने के आरोप लगाए थे। अपने एक बयान में सपा प्रमुख ने कहा था कि मध्य प्रदेश में I.N.D.I.A गठबंधन को सीट देने के आश्वासन के बाद अब कांग्रेस मुकर गई है। अखिलेश यादव ने कांग्रेस पर दूसरे दलों को बेवकूफ बनाने की बात कहते हुए कहा ‘अगर हमें यह जानकारी होती कि इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (आइएनडीआइए) विधानसभा स्तर पर गठबंधन नहीं करेगी, तो हम अपने नेताओं को न ही वार्ता के लिए भेजते और न ही उनके फोन उठाते।’
सीटों के नाम पर सियासी खेल
अखिलेश यादव में कांग्रेस के खिलाफ मुखर होते हुए कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कमलनाथ ने सपा के नेताओं के साथ रात एक बजे तक चर्चा की। उन्होंने हमें छह सीटों का आश्वासन भी दिया था, लेकिन लिस्ट जारी होने के बाद पूरी सच्चाई सामने आ गई है। अखिलेश में साफ चेतावनी दी है कि जब उत्तर प्रदेश और लोकसभा चुनावों के लिए गठबंधन की बात आएगी तो हम भी सोंचेंगे।
कांग्रेस की मदद करें अखिलेश
मध्य प्रदेश में सीटों के नाम पर धोखा मिलने के बाद अखिलेश यादव खुलकर बयानबाजी कर रहे हैं। ऐसे में उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने उनसे भाजपा का साथ न देने की अपील की है। अपने एक बयान में उन्होंने कहा कि अखिलेश मुझे जितना चाहे गाली दें, लेकिन कांग्रेस की मदद करें। राय ने उत्तराखंड के बागेश्वर विधानसभा उपचुनाव का उदाहरण देते हुए कहा कि सपा प्रमुख मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा की मदद न करें।