भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) के सत्ता में आने के बाद से पंजाब में स्वास्थ्य क्षेत्र, विशेषकर ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा चरमरा गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा की रीढ़ मानी जाने वाली ग्रामीण डिस्पेंसरियां खस्ताहाल हैं और उनमें बुनियादी दवाएं भी नहीं हैं। भाजपा नेता ने कहा कि आप सरकार के स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के बड़े-बड़े दावे सब दिखावा हैं। जमीनी हकीकत बिल्कुल अलग है। उन्होंने एक बयान में कहा कि सरकार राज्य के लोगों की बुनियादी स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा करने में बुरी तरह विफल रही है।
शेरगिल ने कहा कि आप सरकार की गलत नीतियों के कारण पंजाब में ग्रामीण डिस्पेंसरियां धीमी मौत मर रही हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण औषधालयों में पेरासिटामोल जैसी बुनियादी दवाओं की अनुपलब्धता यह बताती है कि स्थिति कितनी खराब है। उन्होंने कहा कि ऐसे उदाहरण हैं जहां कई ग्रामीण औषधालयों में तैनात ग्रामीण चिकित्सा अधिकारी (आरएमओ) दवाएं खरीदने के लिए अपनी जेब से भुगतान कर रहे हैं ताकि मरीजों को परेशानी न हो, जो उन्होंने दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में अग्रणी पहल करने के मुख्यमंत्री भगवंत मान के बड़े-बड़े दावे धरे के धरे रह गए हैं, क्योंकि जमीनी हालात कुछ और ही बयां कर रहे हैं।
शेरगिल ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार केवल सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए आम आदमी क्लिनिक में आने वाले मरीजों के “फर्जी आंकड़े” बता रही है। उन्होंने कहा, “कई आम आदमी क्लीनिकों में फर्जी ओपीडी पंजीकरण किया जा रहा है, जिसका प्रमाण यह है कि पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ने भी मामले की जांच के आदेश दिए हैं।” दूसरी ओर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने युवाओं से नशे की लत की समस्या से निपटने के लिए आगे आने का बुधवार को आह्वान किया। मान ने पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिए यहां स्वर्ण मंदिर में 35,000 स्कूली बच्चों के साथ ‘अरदास’ में भाग लिया। एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, मान की अगुवाई में छात्रों ने मादक पदार्थ से दूर रहने तथा स्वस्थ जीवन जीने की शपथ ली।