रामनगरी स्थित हनुमानगढ़ी के सहायक पुजारी राम सहारे दास की हत्या कर दी गई। उनका शव हनुमानगढ़ी की सीढ़ियों के बगल बने उनके कमरे में पाया गया। उनका गला रेता हुआ था। कमरे में उनके साथ तीन साधु और रहते थे, जिसमें से दो फरार हैं। हत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं है।
आइजी रेंज प्रवीण कुमार और एसएसपी राजकरन नय्यर ने घटनास्थल का जायजा लिया। वहां लगा सीसीटीवी कैमरा कई दिनों से बंद मिला है। मृतक हनुमानगढ़ी के साकेतवासी महंत दुर्बल दास के शिष्य थे। घटना की जानकारी गुरुवार की सुबह हुई। उनके कमरे का दरवाजा काफी देर तक न खुलने पर लोगों को आशंका हुई। साधुओं का कहना है कि हनुमानगढ़ी में साधु भोर में ही उठ जाते हैं।
राम सहारे दास का कमरा बंद देख एक साधु ने धक्का दिया तो दरवाजा खुल गया। अंदर शव देख साधु से अन्य को जानकारी दी। राम सहारे दास बसंतिया पट्टी से जुड़े थे। थाना प्रभारी मणिशंकर तिवारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि राम सहारे दास का अंबेडकरनगर के भीटी में जमीनी विवाद चल रहा है। मृतक मूलरूप से संतकबीरनगर के कांटा निवासी थे।