लखनऊ। आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी सांसद संजय सिंह द्वारा जेल में लिखें जनता के नाम संदेश को कार्यकर्त्ता पम्पलेट्स के जरिये घर-घर पहुँचाएंगे. संजय सिंह अपने जेल पत्र से जनता को अवगत कराएंगे कि मोदी सरकार ने उन्हें क्यों गिरफ्तार किया है ? जेल पत्र में उल्लेख है कि हमारा गुनाह सिर्फ इतना है कि जनता की आवाज को अपनी आवाज दी. मोदी अडानी के भ्रष्टाचार की पोल खोली. किसान, नौजवान, कर्मचारी, दलित, वँचित, शोषित हर वर्ग के लोगों की आवाज को सड़क से सदन तक बेखौफ़ होकर उठाया और आख़री सांस तक आगे भी उठाता रहूँगा. जिला अध्यक्ष शेखर दीक्षित ने प्रेसवार्ता कर ये जानकारी दी. उन्होंने कहा संजय सिंह की गिरफ्तारी गैर -संवैधानिक है.बिना समन के साजिशन उन्हें गिरफ्तार किया गया है. 2024 में मोदी इंडिया गठबंधन से चुनाव हार रहे हैं इसी बौखलाहट में इंडिया की मजबूत आवाज संजय सिंह को गिरफ्तार किया गया है. ED भाजपा के दबाव में काम कर रही है इसलिए सांसद संजय सिंह को गिरफ्तार करने से पहले समन तक नहीं भेजा गया. भाजपा की फ़ितरत रही है जहां जनता वोट नहीं दे रही वहां विपक्ष के नेताओं को ED से गिरफ्तार करा लो. संजय सिंह लगातार मोदी अडानी के भ्रष्टाचार के खिलाफ सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ते रहे और उन्होंने अडानी के घोटाले के साक्ष्य ED के सामने प्रस्तुत करें लेकिन ED ने अडानी के खिलाफ कार्रवाई न करते हुए मोदी के दबाव में आकर संजय सिंह को ही गिरफ्तार करवा दिया.जिला अध्यक्ष शेखर दीक्षित ने कहा सांसद संजय सिंह के खिलाफ यह मामला फर्जी, बेबुनियाद और राजनीति से प्रेरित है. हम लोग इससे डरने वाले नहीं है संजय सिंह की फर्जी गिरफ्तारी को लेकर कार्यकर्ताओं और जनता में भारी गुस्सा है. जगह-जगह आंदोलन, प्रदर्शन किये जा रहे हैं.21 अक्टूबर को यूपी के सभी जिलों में पुनः विरोध प्रदर्शन किया जायेगा. इसके बाद 27 अक्टूबर को दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.पूरा देश सांसद संजय सिंह के साथ खड़ा है मोदी की तानाशाही से डरने वाले नहीं है. इस तानाशाही के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी.जिला अध्यक्ष शेखर दीक्षित ने कहा कि तथाकथित शराब घोटाला के मुख्य अभियुक्त ने 14 बार ईडी को बयान दिए लेकिन उन बयानों में कभी संजय सिंह का नाम नही लिया. संजय सिंह को गिरफ्तार करने के मकसद से अचानक अभियुक्त से जबरन सांसद संजय सिंह के खिलाफ बयान दिलवाया गया. 12 घंटे चली ईडी की रेड मे संजय सिंह के घर से कुछ नहीं मिला बिना सबूत के ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.