नयी दिल्ली: अंतर संसदीय संघ (आईपीयू) के अध्यक्ष दुआर्ते पचेको ने भारत का समर्थन करते हुए कहा है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला के साथ शनिवार को एक द्विपक्षीय बैठक में पचेको ने कहा कि भारत का वैश्विक दृष्टिकोण आईपीयू के दृष्टिकोण के भांति है और आईपीयू संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार लाने की दिशा में लगातार प्रयासरत है। जी-20 देशों के संसद अध्यक्षों का नौवां शिखर सम्मेलन पी-20 आईपीयू के सहयोग से आयोजित हो रहा है।
बिरला ने पी-20 में पचेको का स्वागत करते हुए कहा कि प्राचीन लोकतंत्र, विशालता और विविधता भारत की ताकत है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता और समानता भारतीय संविधान में निहित है। देश में एक सक्षम और स्वतंत्र न्यायपालिका है। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि भारत आईपीयू के साथ मजबूत संसदों के निर्माण के एजेंडे का अनुसरण करता है।
बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने कहा कि वैश्विक विषयों और समकालीन चुनौतियों के समाधान के लिए संसदों की भूमिका को और प्रभावी बनाया जाना चाहिए। बिरला ने कहा कि पचेको के सक्षम नेतृत्व और निर्देशन में आईपीयू विश्व व्यवस्था के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने दुनिया की संसदों को जोड़ने की दिशा में सराहनीय कार्य किया है।
दुनिया में स्थायित्व मानव कल्याण के लिए आवश्यक है। पचेको ने जी-20 अध्यक्षता की सफलता और पी-20 के सफल आयोजन के लिए भारत की सराहना की। उन्होंने कहा, “एक पुर्तगाली के तौर पर कह सकता हूं कि दोनों देशों के संबंध बेहद मजबूत है। भारत के पुर्तगाली संसद का पर्यवेक्षक बनने से कई देशों से नजदीकियां बढ़ेंगी।