बलिया। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार की अध्यक्षता में शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला गंगा, वृक्षारोपण, पर्यावरण, वेटलैंड्स समिति की बैठक आयोजित की गई। जिसमें गंगा समिति की रिपोर्ट, पर्यावरण से होने वाली हानि एवं वृक्षारोपण के अंतर्गत 22 जुलाई और 15 अगस्त को लगाए गए पौधों की जियो टैगिंग रिपोर्ट के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई।
जिलाधिकारी ने गंगा नदी के प्रदूषण के संबंध में दिए गए इंडिकेटरों पर जिला वन अधिकारी को निर्देशित किया कि क्षेत्रीय वन अधिकारियों के सहयोग से एक टीम का गठन कर अगले सप्ताह तक इसकी फाइनल रिपोर्ट सही और तथ्यात्मक रूप से नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशानुसार प्रस्तुत करें। जिन जिन विभागों की अभी तक रिपोर्ट नहीं आई है वो भी इस दिशा में सार्थक कार्रवाई कर शीघ्र रिपोर्ट वन विभाग को प्रस्तुत करें।
जिला पर्यावरण समिति की समीक्षा के दौरान जिला प्रदूषण बोर्ड के अधिकारी ने बताया कि जिले में मुख्य रूप से चिकित्सा क्षेत्र से निकलने वाले अपशिष्ट, घरेलू अपशिष्ट, सिंगल यूज्ड प्लास्टिक,इलेक्ट्रॉनिक अपशिष्ट और कृषि से संबंधित पराली जलाने से पर्यावरण को हानि होती है। इसके अलावा रासायनिक उर्वरकों का उपयोग पेस्टिसाइड एवं फंजीसाइड्स के प्रयोग से मृदा प्रभावित होती है। गीले और सुखे कचरे को अलग-अलग रखवाने की व्यवस्था होनी चाहिए। इस पर जिलाधिकारी ने प्रदूषण बोर्ड के अधिकारी से कहा कि जनपद में इन मामलों पर कार्य चल रहा है, लेकिन इस पर एक ठोस कार्य योजना बनाने की जरूरत है। साथ ही लोगों में जन जागरूकता को बढ़ावा देकर ही इन समस्याओं का समाधान किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हम अभी से प्रयासरत हैं कि जनपद में पराली जलाने की एक भी घटना ना होने पाए। पराली जलाना कानूनी रूप से पूर्ण प्रतिबंधित है। लोगों को रासायनिक उर्वरक एवं पेस्टिसाइड की जगह जैविक का प्रयोग करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। वृक्षारोपण समिति की समीक्षा के दौरान डीएफओ ने बताया कि सभी विभागों को 22 जुलाई और 15 अगस्त पर किए गए वृक्षारोपण कार्यक्रम के अंतर्गत पौधों की जियो टैगिंग और सर्वाइवल (जिविविता) की रिपोर्ट देने के लिए पत्र भेजा गया है। अभी तक कुछ विभागों ने अपनी रिपोर्ट दी है, इस पर जिलाधिकारी ने डीएफओ को निर्देश दिया कि सभी विभागों को रिमाइंडर पत्र जारी करवाएं और हर एक साइट के लिए एक अधिकारी नियुक्त किया जाए। पिछले वर्ष में जिन विभागों ने अच्छा प्रदर्शन किया है उसे सम्मानित किया जाएगा। जिन विभागों की जिओ टैगिंग अभी पूरी नहीं हुई है वे शत प्रतिशत जिओ टैगिंग करवाना सुनिश्चित करें। इस बैठक में जिला विकास अधिकारी राजित राम मिश्र, जिला वन अधिकारी वीके आनंद सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।