पूर्व मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने ली राहत की सांस
पूर्व मंत्री के खिलाफ कई बार वारंट हुआ था जारी
छ़ात्रसंघ चुनाव में नतीजे आने के बाद आपस में भीड़े थे दो पक्ष
बलिया। जानलेवा हमला के एक मामले में एडीजे मोहम्मद अंसारी की अदालत ने सुनवाई करते हुए साक्ष्यों के अभाव में पूर्व मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल सहित 22 लोगों को शुक्रवार की शाम चार बजे बाइज्जत बरी कर दिया।
बता दें कि आज से 17 साल पहले नगर के सतीशचंद्र कालेज में छात्रसंघ चुनाव में अध्यक्ष पद पर अमृत सिंह डिंपल चुनाव जीते थे। जीत का जश्न मनाते समय हारे हुए प्रत्याशी अनूप तिवारी के साथ कहासुनी हो गई थी। देखते ही देखते दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए थे। इस मामले में पूर्व मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल सहित दोनों पक्षों से कुल 22 लोगों के खिलाफ शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ था। मामले में पूर्व मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल के खिलाफ कई बार वारंट भी जारी हुआ था। आखिरकार शुक्रवार को एडीजे मोहम्मद अंसारी की अदालत ने साक्ष्यों के अभाव में पूर्व मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल सहित दोनों पक्षों के कुल 22 लोगों को बाइज्जत बरी कर दिया। बाइज्जत बरी होने के बाद पूर्व मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने भी राहत की सांस ली है।