महाकालेश्वर मंदिर प्रांगण में स्थित श्री स्वप्नेश्वर महादेव मंदिर बेहद अनोखा है. मान्यता है कि बुरे सपनों से परेशान भक्त बाबा के दर्शन मात्र से ही इस समस्या से छुटकारा पा लेते हैं. दु:स्वप्नों और उनके फलों को नष्ट करने वाले श्री स्वप्नेश्वर महादेव चौरासी महादेवों की इस अनन्त यात्रा में 80वें क्रम पर हैं. इनके संबंध में एक प्रेरक कथा भी वर्णित है.
स्कन्द पुराण में है कथा का उल्लेख
प्राचीन काल में कल्माषपाद नाम के एक राजा हुआ करते थे. एक बार उन्होंने वन में वशिष्ट मुनि के पुत्र और बहू को देखा. उस समय उनका पुत्र ध्यान में बैठा हुआ था. राजा ने मुनि से कहा कि रास्ते से हट जाओ परंतु मुनि ने नहीं सुना, तो राजा ने क्रोध में आकर मुनि पर चाबुक से प्रहार करना शुरू कर दिया. यह देख वशिष्ट मुनि के दूसरे पुत्र ने राजा को श्राप दिया कि राजा तू राक्षस होगा और पुरुषों का भक्षण करेगा. राजा ने अपनी गलती की क्षमा मांगी परंतु उसे माफी नहीं मिली.
राजा ने वशिष्ट मुनि के पुत्रों और बहु को खा लिया. रात को राजा को कई बुरे स्वप्न आए. उसने सुबह मंत्री को बताया. मंत्री राजा को लेकर वशिष्ट मुनि के पास आया. वशिष्ट मुनि ने राजा से कहा कि राजन आप अवंतिका नगरी में महाकालेश्वर के पास स्थित शिवलिंग के दर्शन करें, इससे आप के सभी दुःस्वप्न का नाश होगा.राजा वशिष्ट मुनि के कहे अनुसार अवंतिका नगरी में आया और यहां शिवलिंग का दर्शन और पूजन किया. राजा के बुरे सपनों का नाश होने के कारण शिवलिंग स्वप्नेश्वर महादेव के नाम से विख्यात हुआ.
देश विदेश से दर्शन करने आते हैं श्रद्धालु
मान्यता है कि स्वप्नेश्वर महादेव के दर्शन से बुरे सपनों का नाश होता है. पंडित आशीष उपाध्याय ने बताया कि स्वनेश्वर महादेव का पूजन अर्चन करने से बुरे सपनों का नाश होता है. अच्छे सपनों की फल की प्रप्ति होती है. जो यहा आकर दर्शन करता है उसकी समस्त बुरे सपने का नाश हो जाता है. यह मंदिर बहुत प्रसिद्ध है. यहा देश विदेश से श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं.