लखनऊ: देशभर में इन दिनों जातीय जनगणना की मांग तेजी पकड़ रही है और जिसकी जितनी संख्या भारी उसकी उतनी हिस्सेदारी जैसे नारे भी बुलंद किया जा रहे हैं. राजनीतिक दलों के नेताओं का मानना है कि जाति के आधार पर ही आरक्षण भी मिले जिससे जातियों को फायदा मिल सके. इसी सिलसिले में सोमवार को निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री डा. संजय निषाद ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की. उन्होंने कई मुद्दों पर मुख्यमंत्री से बात की. उनमें खासकर मझवार जाति के आरक्षण को लेकर अब तक हुई विसंगतियों को दूर करने की मांग प्रमुख थी.
कैबिनेट मंत्री डॉ संजय कुमार निषाद ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करने के बाद बताया कि विभिन्न बिंदुओं पर सार्थक वार्ता हुई है. इनमें प्रमुख तौर पर मझवार आरक्षण, निषाद राज किले पर प्रधानमंत्री को निमंत्रण, एटा और बलिया में मछुआ समाज की युवक युवती की हत्या और मत्स्य विभाग की विभिन्न योजनाओं को लेकर बातचीत हुई है. मुख्यमंत्री को मझवार आरक्षण की यथास्थिति से अवगत कराया है, साथ ही मुख्यमंत्री से अनुरोध किया गया है कि वह केंद्र सरकार से बातचीत कर मझवार आरक्षण पर पूर्व की सरकार की विसंगतियों को दूर कर जल्द से जल्द आरक्षण लागू किया जाए.उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार मछुआ समाज के गौरवशाली इतिहास को पुनर्जीवित करने का कार्य कर रही है. प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर धाम में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम और महाराजा गुह्यराज निषाद की 56 फीट की गले लगी हुई प्रतिमा लगाई जा रही है, जिसका काम लगभग पूरा होने को है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अनुरोध किया है कि वह प्रधानमंत्री को राज्य सरकार की ओर से भव्य प्रतिमा के अनावरण के लिए आमंत्रण भेजें.