बागेश्वर। दीपावली तक रोडवेज डिपो को पांच अतिरिक्त बसें मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। दिल्ली-मुनस्यारी को जाने वाली बस अब पिथौरागढ़ डिपो के बजाए बागेश्वर डिपो से संचालित होगी।
बागेश्वर-देहरादून के लिए बाया हल्द्वानी भी रोडवेज बस संचालित किए जाने का प्रस्ताव है। पांच नई बसें मिलने पर यात्रियों को भी राहत मिलेगी। एक वर्ष पूर्व रोडवेज डिपो अस्तित्व में आया। अभी व्यवस्थित हो रहा है। लंबी दूरी की आठ बसों आधी ही डिपो के पास हैं। 11 बसें संचालित हो रही हैं। जिसमें नौ बसें सात लाख किमी चल चुकी हैं।
चार लाख से अधिक चली हैं दो बस
दो बस चार लाख से अधिक किमी चली हैं। बस की अधिकतम उम्र आठ लाख किमी होती है। इसके बाद बसों की नीलामी करने का नियम है। ऐसे में पांच नई बसें आने से जिले के यात्रियों को सुविधा मिलने की उम्मीद जगी है।
जिले से बागेश्वर-बरेली, धरमघर-दिल्ली वाया रीमा, अठपैंसिया-दिल्ली, भराड़ी-दिल्ली, मुनस्यारी-दिल्ली, बागेश्वर-देहरादून वाया गरुड़, बागेश्वर-दिल्ली वाया कौसानी-रानीखेत, धरमघर-दिल्ली वाया कांडा बस सेवा का संचालन होता है। अभी तक बागेश्वर-बरेली, धरमघर-दिल्ली वाया रीमा, अठपैंसिया-दिल्ली, भराड़ी-दिल्ली बस सेवा ही बागेश्वर डिपो के पास हैं।
पिथौरागढ़ डिपो से संचालित हो रही है मुनस्यारी-दिल्ली बस सेवा
मुनस्यारी-दिल्ली बस सेवा पिथौरागढ़ डिपो से संचालित हो रही है। बागेश्वर-देहरादून वाया गरुड़ बस सेवा पर्वतीय डिपो देहरादून के अधीन संचालित हो रही है। बागेश्वर-दिल्ली वाया कौसानी-रानीखेत बस सेवा और धरमघर-दिल्ली वाया कांडा काठगोदाम डिपो के पास है
वर्जन पांच नई बसें मिलने की उम्मीद है। दूसरे जिले से संचालित शेष बस सेवा भी डिपो के अधीन होंगी। नए रूटों पर बसों का संचालन डिपो के व्यवस्थित होने के बाद ही होगा। -राजेंद्र कुमार, प्रभारी सहायक महाप्रबंधक।