सांवलिया सेठ । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजस्थान में मेवाड़ के तीर्थ सांवलिया सेठ में चुनावी शंखनाद करते हुए कहा कि राजस्थान में एक ही चेहरा है, वह है कमल। हमारी उम्मीद कमल है, उम्मीदवार भी कमल है, कमल खिलाएंगे, राजस्थान को आगे बढ़ाएंगे।
मेवाड़ की धरा से चुनावी बिगुल बजाते हुए उन्होंने आह्वान किया कि मेवाड़ की आवाज पूरे राजस्थान की आवाज है। पाण्डाल के बाहर भारी संख्या में उपस्थित लोगों से उन्होंने कहा कि पाण्डाल भले ही छोटा पड़ गया हो, लेकिन मोदी का दिल बड़ा है। पीएम मोदी ने भाजपा के चुनावी नारों का भी ऐलान कर दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा आएगी-गुण्डागर्दी हटाएगी, भाजपा आएगी-दंगे रुकवाएगी, भाजपा आएगी-पत्थरबाजी रुकवाएगी, भाजपा आएगी-बेईमानी रुकवाएगी, भाजपा आएगी-महिला सुरक्षा लाएगी, भाजपा आएगी-रोजगार लाएगी, भाजपा आएगी-समृद्ध राजस्थान बनाएगी।
सांवलिया सेठ मंदिर में दर्शन और 7 हजार करोड़ की परियोजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास के बाद प्रधानमंत्री मोदी कांग्रेस पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि राजस्थान की संस्कृति यहां की विरासत पर गर्व करने की है, लेकिन पांच साल की कांग्रेस सरकार ने राजस्थान की साख को तबाह कर दिया है। मुख्यमंत्री गहलोत रात दिन अपनी कुर्सी बचाने में रहे, आधी कांग्रेस उनकी कुर्सी गिराने में व्यस्त रही। उन्होंने तंज कसा कि बेटों को सेट करने में दूसरों के बेटों को उखाड़ने में लगे रहे, लेकिन कांग्रेस के सभी नेता एक मुद्दे पर सहमत रहे, उन्होंने राजस्थान को लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
मोदी ने गहलोत के उस बयान पर पलटवार किया, जिसमें गहलोत ने यह बात कही थी कि भाजपा यह गारंटी दे कि उसकी सरकार आने पर वह कांग्रेस सरकार की योजनाओं को नहीं बंद करेगी। मोदी ने पलटवार करते हुए कहा कि गहलोत खुद मान चुके हैं कि वे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये मोदी की गारंटी है कि जनहित की किसी योजना को रोका नहीं जाएगा, बल्कि उसे अच्छा करने का प्रयास किया जाएगा। साथ ही मोदी ने एक और गारंटी देते हुए कहा कि जिन-जिन ने गरीबों को लूटा है, भ्रष्टाचार किया है, उनके खिलाफ कार्रवाई जरूर होगी। मोदी ने कहा कि कांग्रेस का तो मंत्र ही यह है कि ‘आपणो घोड़ो-छाया में बांधणो’।
मोदी ने कहा कि जब अपराध की बात आती है, तो राजस्थान टॉप पर आता है। अराजकता, दंगे, पत्थरबाजी की बात आती है, तो हमारा राजस्थान बदनाम होता है। महिला अत्याचार, दलितों पर अत्याचार के मामले में हमारा राजस्थान बदनाम होता है। चार साल तक सिर्फ जोड़-तोड़ में लगी कांग्रेस सरकार को जब भी यह लगता है कि वह चुनाव हारने वाली है, तो झूठी घोषणा करने लगती है। सरकारी खजाने से प्रचार करती है।
महात्मा गांधी के जन्मदिन पर स्वच्छता कार्यक्रम से दूरी बनाने को लेकर भी मोदी ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस वालों को स्वच्छता के कार्यक्रम पर भी दिक्कत है। स्वच्छता तो स्वयं महात्मा गांधी का मंत्र है। उनके जन्मदिन पर भी इन्हें कार्यक्रम करने में दिक्कत है। मोदी ने कांग्रेस और उसे घमण्डिया गठबंधन को सलाह दी कि महात्मा गांधी के जन्मदिन पर नहीं तो अपने जन्मदिन पर करो, अपने नहीं तो अपने नेता के जन्मदिन पर करो, उनके नहीं तो अपने बच्चों के जन्मदिन पर करो, लेकिन करो तो सही। कांग्रेस यह काम इसलिए नहीं करती, क्योंकि उसमें कमीशन नहीं मिलता।
उदयपुर के कन्हैयालाल हत्याकाण्ड पर मोदी जमकर गरजे। उन्होंने कहा कि उदयपुर में जो हुआ, उसकी किसी ने कभी कल्पना नहीं की होगी। दुश्मन पर भी धोखे से वार नहीं करने की नीति वाले राजस्थान में यह पाप हुआ। कपड़े सिलाने के बहाने लोग आते हैं और टेलर का गला काट जाते हैं। उसका वीडियो बनाते हैं और गर्व से उसे वायरल करते हैं। कांग्रेस सरकार को उसमें भी वोट बैंक की चिंता सताती है। तीज-त्यौहार शांति से मनाना संभव नहीं है, कब दंगे हो जाएं, कब पत्थरबाजी हो जाए, कब कर्फ्यू लग जाए, आम आदमी को जीवन की, व्यापारी को व्यापार की तो कामकार को काम की चिंता लगी रहती है। राजस्थान में कांग्रेस ने ऐसा माहौल बना दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि राजस्थान में बेटियों से अन्याय की परंपरा बना दी गई है। बाड़मेर, जमवारामगढ़, भीलवाड़ा में हुई घटनाओं का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि इसीलिए यहां की बहन-बेटियां कह रही हैं कि भाजपा को लाना है, क्योंकि भाजपा आएगी और महिला सुरक्षा लाएगी। मोदी बहन-बेटियों को दी गई हर गारंटी पूरी कर रहा है।
महिला आरक्षण पर भी पीएम मोदी ने कांग्रेस को खरी-खरी सुनाते हुए कहा कि महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण की गारंटी भी मोदी ने पूरी की। इस बार कांग्रेस को मजबूरी में समर्थन करना पड़ा, वरना अब तक दिखावे के लिए कांग्रेस बिल लाती थी और अपने ही साथियों से विरोध करवाती थी। अब कांग्रेस और उसके घमण्डिया गठबंधन को यह पच नहीं रहा तो जाति-धर्म के नाम पर भ्रम फैला रहे हैं। उन्होंने आह्वान किया कि बेटियों को अपने वोट से इसका जवाब देना है।