नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम (महिला आरक्षण विधेयक) ने इस बार नवरात्रि के लिए उत्साह को कई गुना बढ़ा दिया है। यह महिलाओं के लिए विकास के नए मार्ग प्रशस्त करेगा।
प्रधानमंत्री अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में नारी शक्ति वंदन-अभिनंदन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। संसद में नारी शक्ति वंदन अधिनियम को मंजूरी के बाद काशी की पवित्र धरती पर पहुंचे मोदी ने देश की मातृ शक्ति को बधाई दी। उन्होंने कहा, “इस कानून से देश के लिए महिला विकास के नए रास्ते खुलेंगे। लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं की उपस्थिति बढ़ेगी। मैं इस उपलब्धि के लिए आपको और देश की माताओं-बहनों को काशी की पवित्र धरती से बहुत-बहुत बधाई देता हूं।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “संयोग से कुछ ही समय में दुर्गा पूजा का उत्सव भी शुरू होने वाला है। बनारस में जगह-जगह दुर्गा पंडाल की तैयारी चल रही है। नारी शक्ति वंदन अधिनियम ने इस बार नवरात्रि के उत्साह को कई गुना बढ़ा दिया है।” उन्होंने कहा कि महिला नेतृत्व बाकी दुनिया के लिए एक आधुनिक व्यवस्था हो सकती है, लेकिन हम वो हैं जो मां पार्वती और मां गंगा को प्रणाम करते आये हैं।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि महिला आरक्षण विधेयक तीन दशकों से रुका हुआ था, लेकिन इस बार, कई दल जो हमेशा विधेयक का विरोध करते थे, उन्होंने आपकी (महिलाओं) वजह से दोनों सदनों में इसका समर्थन किया। नारी शक्ति वंदन अधिनियम रिकॉर्ड वोटों से संसद में पारित हुआ है। आपके आशीर्वाद से इसका सौभाग्य आपकी काशी के इस सांसद को मिला है।”
उन्होंने कहा कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम एक व्यापक विजन वाला कानून है। इस कानून की ताकत तब बढ़ेगी, जब समाज से लेकर परिवार तक, हर स्तर पर महिलाओं के लिए आगे बढ़ने के अवसर बढ़ेंगे। प्रधानमंत्री ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि देश अमृतकाल में इसी तरह आगे बढ़ता रहेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी रानी लक्ष्मीबाई की जन्मस्थली है। स्वतंत्रता संग्राम में रानी लक्ष्मीबाई की भूमिका से लेकर मिशन चंद्रयान का नेतृत्व करने वाली महिला वैज्ञानिकों तक, हमने महिलाओं की क्षमताओं को देखा है। महिला सशक्तिकरण की दिशा में उठाये गये कदमों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि बनारस में 2 लाख 30 हजार से ज्यादा महिलाओं को उज्ज्वला योजना का लाभ मिला है।