भारतीय घरों में जब हम सब्जी बनाते हैं तो उसकी ग्रेवी का टेस्ट काफी अहम् होता है। हर एक घर में खाना बनाने का तरीका अलग होता है और इसलिए एक ही डिश का हर घर में अलग टेस्ट होता है। हालांकि, अक्सर खाना बनाते समय हमारी इच्छा यही होती है कि हमारी ग्रेवी का टेस्ट एकदम रेस्त्रां स्टाइल हो। इस बात में कोई दोराय नहीं है कि ग्रेवी के टेस्ट और टेक्सचर को बनाए रखना किसी चैलेंज से कम नहीं है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे छोटे-छोटे टिप्स के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप परफेक्ट ग्रेवी बना सकते हैं-
फ्रेश इंग्रीडिएंट ही चुनें
किसी भी इंग्रीडिएंट की क्वालिटी से टेस्ट पर काफी असर पड़ता है। इसलिए, हमेशा ताजी सब्जियां, मसाले व हर्ब्स आदि का इस्तेमाल करना चाहिए। फ्रेश इंग्रीडिएंट से डिश के टेस्ट व टेक्सचर को बनाए रखने में काफी मदद मिलती है।
प्याज को अच्छे से भूनें
ग्रेवी की सही कंसिस्टेंसी बनाए रखने के लिए प्याज महत्वपूर्ण है। इसे आप सही तरह से भूनें, क्योंकि यह इंडियन ग्रेवी का बेस बनते हैं। आप प्याज को गोल्डन ब्राउन होने तक पकाएं। इससे ग्रेवी के टेस्ट में आपको काफी अंतर महसूस होगा।
टमाटर पर दें ध्यान
टमाटर का उपयोग अक्सर इंडियन ग्रेवी में टैंगीनेस और थिकनेस के लिए किया जाता है। इसलिए, ग्रेवी बनाते समय इन्हें अच्छी तरह पकाएं। अगर आप अपनी ग्रेवी को एक क्रीमी टेक्सचर देना चाहते हैं तो ऐसे में भीगे और ब्लेंड किए हुए काजू या क्रीम मिलाने पर विचार करें।
कुकिंग की सही हो तकनीक
आप खाने को किस तरह से पकाते हैं, उससे टेस्ट पर काफी गहरा असर पड़ता है। आप खाना बनाते समय फ्राइंग व रोस्टिंग जैसी कुकिंग टेक्निक का इस्तेमाल कर सकते हैं। हमेशा कोशिश करें कि आप ग्रेवी को धीमी आंच पर उबलने दें ताकि सभी टेस्ट ग्रेवी में अच्छी तरह आ सके। स्लो फ्लेम पर ग्रेवी को पकाना काफी अच्छा रहता है।
फ्लेवर को करें बैलेंस
ग्रेवी बनाते समय हमें कई तरह के अलग-अलग टेस्ट जैसे मीठा, खट्टा, मसालेदार और नमकीन आदि को बैलेंस करना होता है। इसलिए, एक परफेक्ट ग्रेवी बनाते समय चीनी, नींबू का रस और मसालों का सही मात्रा में इस्तेमाल करना बेहद जरूरी है।