नई दिल्ली। कांग्रेस को एक दशक बाद 2018 चुनाव में 100 से अधिक सीटें मिली थी. जबकि बीजेपी 2003 के बाद पिछले चुनाव में थोड़ा लड़खड़ाती नजर आई थी लेकिन इस बार फिर से दोनों पार्टी तैयार नजर आ रही है. बीजेपी लगातार चौथी बार सत्ता में आने के लिए पूरे राज्यभर में जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रही है, जिसमें राज्य के तमाम नेताओं की उपस्थिति देखने को मिल रही है सिवाय एमपी की पूर्व सीएम रहे उमा भारती के.
‘मैं 2024 का चुनाव जरूर लड़ूंगी’
कहा जा रहा हैं कि बीजेपी पूर्व सीएम उमा भारती को दरकिनार करना चाहती है. विधानसभा चुनाव में अब केवल तीन महीने ही बचे हैं ऐसे में उमा भारती किसी भी चुनावी सम्मेलन में नहीं दिख रही है, और न ही उन्हें पार्टी की चर्चित जन आशीर्वाद यात्रा का निमंत्रण दिया गया है. इन विषयों पर आज तक टीवी चैनल ने पूर्व सांसद उमा भारती से सवाल किया, जिस पर उन्होंने कहा ‘मैं 2024 का चुनाव जरूर लड़ूंगी. इसलिए मैंने खुद को किनारे नहीं लगाया. न कोई मुझे किनारे लगा सकता है.
दुख और दर्द नहीं, बस आश्चर्य है- उमा भारती
आजतक चैनल ने बीजेपी नेता उमा भारती से पूछा, वह बैठकों में नजर नहीं आतीं, जन आशीर्वाद यात्रा में भी नहीं दिख रहीं… क्या उमा भारती को दरकिनार किया गया, या वो खुद दूरी बनाए हुए हैं? इस पर मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने 2019 में कहा था वो पिछला चुनाव नहीं लड़ेंगी. उन्होंने कहा कि वो 27 साल की उम्र से अब तक 6 बार सांसद और दो बार विधायक रह चुकीं हैं. वो 2024 का चुनाव लड़ेंगी.
उमा भारती 2014 में झांसी लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र से सांसद चुनी गई थी. जिसके बाद उन्हें मोदी मंत्रिमंडल में भारत की जल संसाधन, नदी विकास और गंगा सफाई मंत्री बनाया गया था. पूर्व सांसद ने जन आशीर्वाद यात्रा का निमंत्रण नहीं मिलने पर खेद जाहिर करते हुए कहा कि यात्रा में नहीं बुलाने से उन्हें इसका दुख और दर्द नहीं, बस आश्चर्य है. उमा भारती ने कहा कि वैसे भी वो यात्रा में नहीं जाती हैं लेकिन बुलाना चाहिए था.
यूपी में चलाई थी गंगा बचाओ अभियान
बता दें उमा भारती मध्य प्रदेश के खजुराहो लोकसभा सीट से चार बार, एक बार भोपाल और आखिरी बार झांसी से सांसद चुनी गईं. यहां तक कि वो उत्तर प्रदेश से विधायक भी बनी हैं. उन्होंने राज्य में पार्टी की स्थिति सुधारने के लिए “गंगा बचाओ” अभियान भी चलाया था, जिसे काफी सुर्खियां मिली थी.