लखनऊ। मिशन रोजगार के अंतर्गत मानव संपदा पोर्टल से अल्पसंख्यक व प्रावधिक शिक्षा में 240 चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित करते सीएम योगी के प्रसन्नता व्यक्त करते हुए अभियर्थियों व उनके परिजनों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं को मिशन रोजगार के जरिए शासकीय सेवाओं के अतंर्गत निष्पक्ष व मानव हस्तक्षेप रहित प्रक्रिया अपनाकर नियुक्ति दी जा रही है। पिछले 6 वर्षों में मोदी जी के विजन के अंतर्गत प्रदेश ने नई ऊंचाइयों को प्राप्त किया है। जजेस की नियुक्ति को लेकर 6 महीने में हमने कर दिखाया। 60 जनपदों से अभ्यर्थी चयनित हुए हैं। अब एक क्षेत्र नहीं बल्कि पूरे प्रदेश के लोगों को मंच मिल रहा है। प्रदेश सरकार की हर प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ आगे बढ़ रही है। कौन कहां नियुक्त होकर जाएगा यह न किसी मंत्री और न ही किसी सचिव को पता होता है।
भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा तो प्रतिभाओं को मिला मौका
सीएम योगी ने कहा कि कंप्यूटर सहाय़तकों की भी एक बड़ी भूमिका होती है। आज लोगों की धारणाएं उत्तर प्रदेश के लिए बदली हैं। फाइलें अब लटकती नहीं हैं। आज प्रदेश ने सुरक्षा और ईज ऑफ लिविंग व ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के लक्ष्यों को प्राप्त किया है। केंद्र की परियोजनाओं को हमने धरातल पर उतारा है। अब तीन दिन में फाइल फाइनल होनी चाहिए। अपने सीनियर्स से कंसल्ट करें, पेंडेसी नहीं करें क्योंकि पेंडेंसी भ्रष्टाचार से जोड़ता है। आज जब भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया गया तब आप जैसे प्रतिभाशाली लोगों को स्थान मिल पाया है। अन्यथा 2017 के पहले यह सपना था। इससे पहले एक नियुक्ति के पीछे उच्च पदस्त नियुक्ति में लग जाते थे। ऐसे लोग नियुक्त हो जाते थे जिन्हें कंप्यूटर के बारे में कुछ आता नहीं था, अकाउंटेंसी नहीं आती थी तो फाइल कैसे बढ़ती। सीएम ने कहा कि अब जब कोई आपसे पूछेगा कि आपकी नियुक्ति कब हुई तो आप कहेंगे कि 2023 में जब देश आजादी के अमृतकाल में प्रवेश किया था। आपके सामने अब 25 वर्षों की कार्य योजना होनी चाहिए।