हरिद्वार । स्वस्थ शरीर के लिए खेल आवश्यक है। स्वस्थ शरीर के बिना बौद्धिक एवं मानसिक शक्ति प्राप्त करना संभव नहीं। राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर गुरुकुल कांगडी समविश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग द्वारा रक्तदान शिविर तथा हॉकी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
रक्तदान शिविर का उद्घाटन स्वस्तिवाचन एवं दीप प्रज्ज्वलित कर विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. सोमदेव शतांशु ने किया। अपने सम्बोधन में कुलपति प्रो. शतांशु ने कहाकि दीर्द्य जीवन के चार सूत्र- लक्ष्य के प्रति समर्पित, प्राकृतिक जीवन, एक हॉबी तथा हर हॉल मंे प्रसन्न बने रहने का मंत्र दिया। रक्तदान ही महादान है क्योंकि यह निस्वार्थ भाव से आत्म तत्व को प्रसन्नता प्रदान करता है, जो मनुष्य जीवन का परम लक्ष्य है। हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचन्द के जन्म दिवस पर उन्हें माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि भेंट की गई।
संकायाध्यक्ष प्रो. सुरेन्द्र कुमार ने अतिथियों का स्वागत करते हुये खिलाडी तथा खेल के बीच वैद्य और संजीवनी का सम्बंध बताया। विशिष्ट अतिथि कुलसचिव प्रो. सुनील कुमार ने रक्तदान के लिए प्रतिभागियों को प्रेरित करते हुए कहा कि रक्तदान करने से शरीर मे स्फूर्ति तथा प्राण ऊर्जा दोगुनी होकर क्रियाशील होती है। प्रत्येक नागरिक को स्वयं रक्तदान करना तथा ओर को इसके लिए प्रेरित करना चाहिए।
गुरुकुल कांगडी विश्वविद्यालय और जिला रेडक्रास सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित रक्तदान शिविर के सचिव डॉ. नरेश चौधरी को सामाजिक जन जागृति में अग्रणी भूमिका निभाने पर सम्मान चिन्ह, अंग वस्त्र से सम्मानित किया। डॉ. चौधरी ने कहा कि व्यक्ति की ऊर्जा उसकी सामाजिक संवेदनाओं में रच-बस कर व्यक्तित्व निर्माण करती है। यही प्रेरणा मेरी जागृति का मूल मंत्र है। कार्यक्रम में वालीबॉल की नेशनल चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाले गुरुकुल के खिलाड़ी को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन एवं संयोजन डॉ. शिवकुमार चौहान ने किया। कन्या गुरुकुल परिसर की छात्राओं और शिक्षिकाओं ने भी खेल दिवस के अवसर पर रक्तदान शिविर में उत्साहपूर्वक भाग लिया।
इस अवसर पर प्रो. एलपी पुरोहित, प्रो. सुचित्रा मलिक, डॉ. सुनील पंवार, फिजिकल एजूकेशन फाउन्डेशन ऑफ इण्डिया (पेफी) के महासचिव डॉ. पीयूष जैन, डॉ. महेन्द्र सिंह असवाल, डॉ. जगराम मीना, डॉ. विपुल भट्ट, डॉ. धर्मेन्द्र बालियान, डॉ. रीना वर्मा, डॉ. बिन्दु मलिक, डॉ. प्रणवीर सिंह, डॉ. अनुज कुमार, सुनील कुमार, धर्मेन्द्र विष्ट, कुलभूषण शर्मा, हेमन्त सिंह नेगी आदि उपस्थित रहे।