उत्तर प्रदेश- उन्नाव जिले में नामांकन वृद्धि में नाकाम 55 स्कूलों के शिक्षक, शिक्षामित्र और अनुदेशक फिलहाल अगस्त माह के मानदेय से वंचित रहेंगे. नामांकन न होने पर दो सप्ताह पहले 133 स्कूलों के शिक्षकों का मानदेय रोका गया था. जो स्कूल एक भी नामांकन बढ़ाने में सफल रहे, उसमें 78 का बीएसए ने बिना कोई पत्राचार और स्पष्टीकरण लिए बिना पोर्टल पर नामांकन की स्थिति देख वेतन बहाल कर दिया है. जबकि अभी 55 स्कूलों के शिक्षकों वेतन बहाली के लिए और मेहनत करनी होंगी.
तीन अगस्त को बेसिक शिक्षा अधिकारी संगीता सिंह ने 133 स्कूलों के चार सौ शिक्षक, शिक्षामित्र और अनुदेशकों का वेतन रोका था. जो स्कूल एक भी नामांकन बढ़ा पाए बीएसए ने उनका वेतन जारी कर दिया. वहीं 55 ऐसे स्कूल हैं, जो अभी तक एक भी नामांकन नहीं बढ़ा पाए हैं. उन्हें इससे वंचित रखा गया है. इसके लिए सभी बीईओ को पत्र जारी करके बीएसए से स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिए है.
बीईओ को देना होगा जवाब
जुलाई माह में करीब छह सौ स्कूलों में करीब 15 सौ शिक्षकों के रोके गए मानदेय में सिर्फ दो स्कूल ऐसे रहे है. जिन्हें नामांकन वृद्धि न होने के कारण वेतन से अब तक वंचित रहना पड़ा है. इन्हें भी अपना जवाब पत्र बीईओ को देने को कहा गया है ताकि वेतन मानदेय बहाल की कार्रवाई तय की जा सके.
जवाब तलब होने पर मिलेगा वेतन
बीएसए संगीता सिंह ने बताया कि जुलाई माह में की गई कार्रवाई में दो और अगस्त में हुई कार्रवाई में 55 स्कूल के शिक्षक, शिक्षामित्र और अनुदेशक एक भी नामांकन नहीं बढ़ा सके है. जिसके कारण इन वेतन नहीं बहाल हुआ है. बीईओ को पत्र जारी कर इनका स्पष्टीकरण मांगा है. जवाब तलब होने के बाद मौजूदा स्थिति के अनुसार वेतन बहाल किया जाएगा.