छ्बीले चौहान
अहमद हसन रिर्पोटर
अलापुर (बदायूं)। जिले में फाइनेंस कंपनी के कलेक्शन एजेंट बनकर वसूली करने वाले दो और युवक पकड़े गए। हालांकि उनका एक साथी भाग गया। तीनों आरोपियों ने एक व्यक्ति की बाइक रोकी थी। उस पर तीन किस्तें बकाया थीं। जैसे ही वह किस्तें लेने गया, तो तीनों युवक उसकी बाइक लेकर भाग गए। पता चला कि वह कलेक्शन एजेंट थे ही नहीं। पुलिस ने दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया है। तीसरे की तलाश शुरू कर दी गई है। दातागंज कोतवाली क्षेत्र के गांव मलिहापुर निवासी सुनील कुमार पुत्र रामबहादुर ने कस्बे की दुपहिया वाहन की एजेंसी से 25 हजार रुपये जमा करके किस्तों पर एक बाइक खरीदी थी। शेष रुपयों की किस्तें बनवा दी थीं। पिछले तीन माह से उसकी तीन किस्तें टूट गईं थीं। वह किस्तें जमा नहीं कर पाया था।
सुनील कुमार का कहना है कि आठ जुलाई, 2023 को वह बाइक लेकर अलापुर आया था। तभी अलापुर कस्बे में तीन लोगों ने उसकी बाइक रोक ली। उन्होंने अपने नाम सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के गांव भरकुईया निवासी भूपेंद्र पुत्र दुलार सिंह, अजीत पुत्र सुरेश सिंह और कुंवरगांव क्षेत्र निवासी गौरव बताया था।
उन्होंने खुद को फाइनेंस कंपनी का कलेक्शन एजेंट बताया। सुनील से कहा कि उसकी बाइक की तीन किस्तें टूटी हुई चल रहीं हैं। यह तो वह किस्तें जमा कर दें या फिर उसकी बाइक जब्त हो जाएगी। सुनील ने कहा कि वह किस्त लेकर आ रहा है। जब वह किस्त लेने चला गया तो वह तीनों युवक उसकी बाइक चोरी करके ले गए। जब वह लौटकर आया तो तीनों युवक वहां नहीं थे। उसने फाइनेंस कंपनी में जानकारी ली। वहां से पता चला कि वह कंपनी के एजेंट ही नहीं थे।
वह फर्जी तौर पर एजेंट बनकर धन उगाही करने वाले थे। सुनील ने 22 अगस्त को अलापुर थाने पहुंचकर तीनों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। इससे पुलिस ने दबिश देकर भूपेंद्र और गौरव नाम के युवक को गिरफ्तार कर लिया। बाइक भी बरामद कर ली गई है। दोनों आरोपियों को बुधवार दोपहर जेल भेज दिया गया।
एक वकील को 20 हजार में बेची थी बाइक
अलापुर पुलिस ने पकड़े फर्जी एजेंटों ने एक वकील को 20 हजार रुपये में बाइक बेची थी। वकील को भी यह नहीं मालूम था कि यह बाइक चोरी करके लाई गई है। जैसे ही पुलिस मामले की छानबीन करते हुए उसके पास पहुंची कि वकील ने तुरंत बाइक को पुलिस के हवाले कर दिया।