नई दिल्ली। सफर में जहां अच्छे अनुभव और सोशल मीडिया के लिए अच्छी तस्वीरें मिलती हैं, वहीं कई बार बुरे अनुभवों का सामना करना भी पड़ जाता है. इंटरनैशनल ट्रिप पर ये बुरे अनुभव ज्यादा भारी पड़ जाते हैं. क्योंकि आपको न उन देशों का सिस्टम पता होता है और न ही वहां के कानून की जानकारी होती है.
ऐसे में एक ट्रैवल इंश्योरेंस प्लान आपकी बड़ी मदद करता है. कई देश ऐसे हैं जहां ट्रैवल इंश्योरेंस लेना वीजा के जितना ही जरूरी होता है, वहीं कुछ देशों में इंश्योरेंस की ऐसी कोई शर्त नहीं होती है. हालांकि, विदेश में आ सकने वाली किसी भी परेशानी के लिए तैयार रहना जरूरी है और इस तैयारी का एक बड़ा हिस्सा है इंटरनैशनल ट्रैवल इंश्योरेंस लेना.
इंटरनैशनल ट्रैवल इंश्योरेंस प्लान क्या है?
इंटरनैशनल ट्रैवल प्लान मेडिकल इमरजेंसी, सामान की चोरी, फ्लाइट छूटने या कैंसिल होने, पासपोर्ट या पैसे चोरी होने, जैसी परिस्थितियों में फाइनेंशियल कवरेज देता है. फॉरेन ट्रैवल इंश्योरेंस में इनके अलावा भी अलग-अलग तरह का कवरेज दिया जाता है. ट्रैवल इंश्योरेंस प्लान आप अपने लिए भी ले सकते हैं और अपने करीबियों के लिए भी ले सकते हैं. इसके साथ ही आप अपनी ज़रूरत के हिसाब से अपना ट्रैवल इंश्योरेंस कस्टमाइज भी कर सकते हैं.
कई देशों में इलाज का खर्च भारत की तुलना में कहीं ज्यादा है. उन देशों में किसी भी तरह की मेडिकल या एक्सिडेंटल इमरजेंसी आने पर इलाज में भारी खर्च करना पड़ सकता है. जबकि ट्रैवल इंश्योरेंस के साथ मिलने वाला मेडिकल कवरेज अस्पताल में होने वाले खर्च को कवर करता है.