
राजस्थान के अजमेर के ब्यावर में एक फैक्ट्री में गैस रिसाव हो गया. गैस रिसाव के कारण आस-पास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ होने लगी. 53 लोगों की तबीयत बिगड़ गई. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस हादसे में फैक्ट्री के मालिक सहित तीन लोगों की मौत हो गई.
डीएन महेन्द्र खड़गावत ने बताया कि गैस रिसाव से 53 लोग बीमार हो गए. कारखाने के मालिक सुनील सिंघल (47) , दयाराम (52) और नरेंद्र सोलंकी की मौत हो गई. यह फैक्ट्री अवैध रूप से चल रही थी.जिस फैक्ट्री में गैस रिसाव हुआ है, वह बलाड़ रोड स्थित सादों का बाडिया में है. सोमवार देर शाम करीब सुनील ट्रेडिंग कंपनी के गोदाम में खड़े तेजाब के टैंकरों से अचानक नाइट्रोजन ऑक्साइड गैस का रिसाव होने लगा. सूचना मिलते ही ब्यावर के पुलिस उपाधीक्षक राजेश कसाना मौके पर पहुंचे. फायर ब्रिगेड की टीम भी बुलाई गई. इलाके में पानी का छिड़काव कराया गया.
फैक्ट्री में पानी का हुआ छिड़काव
डीएसपी कसाना खुद मुंह पर गीला कपड़ा बांधकर फैक्ट्री के अंदर गए. गैस रिसाव को नियंत्रित करने के लिए फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों से लगातार पानी का छिड़काव कराते रहे. गैस रिसाव के चलते इलाके में रहने वाले करीब 50 से अधिक लोगों की तबीयत बिगड़ गई. इन्हें ब्यावर के अलग-अलग अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती कराया गया. कुछ को गंभीर स्थिति में इलाज के लिए अजमेर रेफर कर दिया गया.
कलेक्टर ने दिए फैक्ट्री सीज करने के आदेश
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिला कलेक्टर डॉ महेंद्र खडगावत, पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह, उपखण्ड अधिकारी दिव्यांश सिंह, जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ संजय गहलोत और अस्पताल के तमाम चिकित्सकों को आपातकालीन सेवा के लिए तैनात कर दिया गया है. जिला कलेक्टर डॉ महेंद्र खडगावत ने फैक्ट्री को तत्काल सीज करने के आदेश दे दिए हैं. इसके अलावा, पुलिस को इस मामले में तत्काल प्रभाव से एफआईआर दर्ज करने के आदेश दे दिए गए हैं.
एसपी बोले- लोगों को सुरक्षित निकाला गया
जिला पुलिस अधीक्षक श्यामसिंह ने बताया कि बलाड़ रोड पर स्थित फैक्ट्री में खड़े टैंकर से अचानक गैस रिसाव शुरू हो गया. इस घटना से लोगों को गले में जलन और सांस लेने में तकलीफ होने लगी. सूचना मिलते ही सीओ ब्यावर राजेश कसाना मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण में लाने का प्रयास किया.एक अधिकारी ने बताया कि स्थिति पर अब नियंत्रण पा लिया गया है. प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर दी है और लापरवाही बरतने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.